वंजारा ने गुजरात में मुठभेड के आरोपी पुलिसकर्मियों की पदोन्नतियों में भेदभाव के आरोप लगाए

अहमदाबाद: दो फर्जी मुठभेड मामले में जमानत पर चल रहे रहे सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी डी. जी. वंजारा ने गुजरात में बरी या इन मामलों में जमानत पर चल रहे आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति और पुनर्बहाली में भेदभाव के आरोप लगाए हैं. अपने लिए और सभी 15 सह आरोपी पुलिस अधिकारियों के लिए पदोन्नति की मांग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2015 3:26 AM

अहमदाबाद: दो फर्जी मुठभेड मामले में जमानत पर चल रहे रहे सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी डी. जी. वंजारा ने गुजरात में बरी या इन मामलों में जमानत पर चल रहे आईपीएस अधिकारियों की पदोन्नति और पुनर्बहाली में भेदभाव के आरोप लगाए हैं.

अपने लिए और सभी 15 सह आरोपी पुलिस अधिकारियों के लिए पदोन्नति की मांग करते हुए वंजारा ने धमकी दी कि मुठभेड के मामलों में बरी किए गए सभी नेताओं और पुलिस अधिकारियों को ‘‘नहीं बख्शेंगे अगर अन्य आरोपियों को उचित हक नहीं दिया जाता है.’’ वंजारा ने इस मामले में ‘‘प्रतीकात्मक’’ पदोन्नति की मांग की.
गुजरात सरकार को लिखे पत्र में वंजारा ने आईपीएस अधिकारी गीता जौहरी की पदोन्नति पर भी आपत्ति की जिन्हें हाल में मामले में बरी किया गया. उन्होंने कहा कि यह ‘‘पूरी तरह गैर कानूनी और जल्दबाजीपूर्ण’’ है.
पत्र में लिखा गया है, ‘‘..सीबीआई अदालत द्वारा बरी किए गए सभी आरोपी लोगों को बचाते हुए मानक प्रक्रिया से हटकर उन्हें गलत तरीके से पदोन्नति दी गई है, खासकर अमित भाई शाह (भाजपा प्रमुख) और पी. सी. पांडेय (सोहराबुद्दीन मामले में आरोपी एक अन्य पुलिस अधिकारी) को.’’

Next Article

Exit mobile version