लखनउ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर में हुए साम्प्रदायिक दंगों के दोष का ठीकरा फिरकापरस्त ताकतों तथा विपक्षी दलों के सिर फोड़ते हुए आज कहा कि विपक्षी पार्टियां सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) को घेरने तथा उसके खिलाफ माहौल बनाने के लिये ‘तिल का ताड़’ बना रही हैं.
अखिलेश ने हज यात्रियों के पहले जत्थे को रवाना करने के मौके से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुजफ्फरनगर में जो हुआ बहुत दुखद है. उत्तर प्रदेश में गरीबों, किसानों की सरकार चल रही है और कुछ विपक्षी दल तथा साम्प्रदायिक ताकतें लगातार प्रयास कर रही हैं कि जहां कहीं छोटा विवाद हो उसको बढ़ाएं. यह सचाई है कि वे लोग मौका देख रहे हैं कि सपा को कैसे घेरा जाए..कैसे उसके खिलाफ माहौल बनाया जाए.’’
उन्होंने कहा कि शामली में भी एक बार लड़की को लेकर बहुत बड़ा विवाद खड़ा करने और लोगों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश हुई थी. उस वक्त भी विपक्षी राजनीतिक दलों ने उसे बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बताया था. मुजफ्फरनगर में पिछले महीने तीन लोगों की हत्या के मामले को भी कुछ दलों ने बहुत तूल दी, जिससे यह स्थिति पैदा हुई.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेरी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा राज्यपाल बी. एल. जोशी के साथ-साथ वरिष्ठ पत्रकारों तथा कुछ अन्य महत्वपूर्ण लोगों ने बातचीत हुई है. सभी को मैंने भरोसा दिलाया कि स्थितियां नियंत्रण में आएंगी और दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. सरकार की पूरी जिम्मेदारी है कि मुजफ्फरनगर में व्यवस्था ठीक हो, शांति कायम हो और नुकसान आगे ना बढ़े.’’
मुजफ्फरनगर में शनिवार को हिंसा भड़कने का कारण बनी महापंचायत के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा, ‘‘उस पर अभी कुछ कहना ठीक नहीं होगा. इस तरह के कोई भी लोग जो संविधान और कानून के खिलाफ हों और जिनसे व्यवस्था खराब हो सकती है, उन पर रोक लगेगी.
उन्होंने कहा ‘‘जिन अधिकारियों को हटाया जाना था, जिनके खिलाफ कार्रवाई करनी थी वो सरकार ने की है. नये अधिकारियों को मौका दिया गया है ताकि वे व्यवस्था ठीक करें.’’ प्रदेश के हज मंत्री आजम खां ने इस मौके पर आरोप लगाया कि विपक्ष पूरे देश को बरबाद करना चाहता है. यह सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिये हो रहा है. ऐसी राजनीति पहले नहीं हुआ करती थी. यह राजनीति का क्रूर रुप है.
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में गत शनिवार की रात एक महापंचायत में शिरकत करने जा रहे लोगों पर पथराव और उसकी प्रतिक्रियास्वरुप एक युवक की हत्या के बाद साम्प्रदायिक दंगा हो गया था जिसमें अब तक 31 लोग मारे जा चुके हैं.