अंधविश्वास विरोधी कानून के पक्ष में हैं द्रमुक प्रमुख करुणानिधि

चेन्नई: पिछले महीने पुणो में सामाजिक कार्यकर्ता और अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले नरेंद्र दाभोलकर की हत्या पर चिंता जताते हुए द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि ने आज कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को अंधविश्वास-विरोधी कानून बनाना चाहिए.करुणानिधि ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लिखे गए पत्र में कहा है, ‘‘केंद्र और राज्य सरकारों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2013 7:49 PM

चेन्नई: पिछले महीने पुणो में सामाजिक कार्यकर्ता और अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाले नरेंद्र दाभोलकर की हत्या पर चिंता जताते हुए द्रमुक अध्यक्ष एम करुणानिधि ने आज कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को अंधविश्वास-विरोधी कानून बनाना चाहिए.करुणानिधि ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लिखे गए पत्र में कहा है, ‘‘केंद्र और राज्य सरकारों को अंधविश्वास-विरोधी एक उचित विधेयक पेश कर पारित कराना चाहिए.

स्कूलों और कॉलेजों में वैज्ञानिक मिजाज का पाठ्यक्रम लागू किया जाना चाहिए.’’ द्रमुक प्रमुख ने कहा, ‘‘ऐसे कानून बनाना और पाठ्यक्रम लागू कराना वक्त की मांग है, लिहाजा हर किसी को इसे आगे ले जाने की दिशा में सामने आना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दाभोलकर की मौत ने इस जरुरत पर जोर दिया है कि अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम को जनता की मुहिम में बदला जाए.’’ देश में कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए करुणानिधि ने कहा, ‘‘इन घटनाओं से हमें इस बात पर हैरत होती है कि क्या विज्ञान का उदय कुछ तबके के लोगों तक अपनी पहुंच नहीं बना सका है.’’

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