पालमपुर : तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने आज कहा कि अगर भारत-चीन मित्रता आपसी भरोसे पर होती है तो यह एक ‘स्वागत योग्य कदम’ होगा और इससे केवल दोनों देशों के बीच संबंधों पर ही नहीं बल्कि तिब्बत समेत कई अन्य देशों पर भी असर पडेगा.
पालमपुर से 35 किलोमीटर दूर कांगडा बिजनेस हाउस में एक मोबाइल पोर्टल का शुभारंभ करते हुए उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘अगर भारत-चीन मैत्री आपसी भरोसे पर होती है यह एक स्वागत योग्य कदम होगा क्योंकि इससे केवल भारत और चीन के बीच संबंधों पर ही नहीं बल्कि तिब्बत समेत कई अन्य देशों पर भी असर पडेगा.’’
इससे पहले लोगों को संबोधित करते हुए दलाई लामा ने कहा कि करुणा आदमी को और मानवीय बनाती है और हिंसा तथा युद्ध को रोकने में मदद मिल सकती है.