नयी दिल्ली :अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर सरकार ने आज सदन में बयान दिया जिसमें साफ तौर पर कहा गया कि उसे पाकिस्तान ने शरण दे रखी है. इस संबध में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में बयान देते हुए साफ कर दिया कि दाऊद पाकिस्तान में है हमें इस बात की पुख्ता जानकारी है.
उन्होंने कहा कि दाऊद के खिलाफ रेड कॉनर नोटिस जारी है. पाकिस्तान को प्रर्याप्त सबूत सौंपे जाने के बाद भी उस पर कानूनी कार्रवाई करने में पाक असफल रहा है. हम पाकिस्तान पर लगातार दबाव बना रहे हैं. हमें कोई भी रास्ता अपनाना पड़े जितना भी पाक पर प्रेशर बनाना पड़े हम दाऊद को भारत लाकर रहेंगे. गृह मंत्री को यह बयान इसलिए देना पड़ा क्योंकि 5 मई को सरकार की तरफ से सदन में एक बयान दिया गया था जिस पर जमकर हंगामा हुआ था. इस बयान को लेकर विपक्ष ने काफी हंगामा किया. इस बीच यह जानकारी मिल रही है कि दाउद को अब पाकिस्तान में वॉचलिस्ट में नहीं रखा गया है. पाकिस्तान ने भारत के द्वारा दी गयी जानकारी को दरकिनार कर दिया है.
मीडिया में चल रही खबरों की माने तोदाऊद पाकिस्तान में बेरोकटोक घुमता है एयरपोर्ट में आसानी से आता जाता है. उस पर कोई विशेष नजर नहीं रखी जाती. दाऊद पर चर्चा जोरों में तब शुरू हुई जब पूर्व सीबीआई डीआईजी नीरज कुमार ने दावा किया कि दाऊद आत्मसमर्पण करना चाहता था लेकिन दिल्ली पुलिस ने उस वक्त उसे गंभीरता से नहीं लिया. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी दावा किया गया कि दिल्ली पुलिस दाऊद के साथ उस वक्त संपर्क में थी.
हालांकि इस दावे को तत्कालीन सीबीआई निदेशक विजय रामा राव ने खारिज कर दिया था. नीरज कुमार भी बाद में इस मामले को लेकर बैकफुट पर आ गये उन्होंने कहा, जिस अखबार को उन्होंने इंटरव्यू दिया उन्होंने उनके बात का अलग मतलब निकाला. इसके बाद ससंद में दिया गया सरकार के बयान से विपक्ष को हमला करने के लिए एक हथियार मिल गया.
पाकिस्तान भी दाऊद के प्रति उदार रवैया अपनाता रहा है. दाऊद के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी है इसमें सदस्य देशों को कई अहम जानकारी अपराधी के विषय में साझा करनी होती है लेकिन पाकिस्तान ने कभी भारत के दिए सबूत और दाऊद के पाकिस्तान में होने की खबरों पर गौर नहीं किया. हालांकि इंटरपोल को मिली जानकारियों के मुताबिक स्पष्ट है कि मुंबई धमाकों के आरोपी दाऊद को पाकिस्तान सरकार ने अभी भी पनाह दे रखा है.
दाऊद को भारत वापस लाने और सजा दिलाने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साफ किया था कि यह उनकी प्राथमिकता सूची में है. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान दिए एक इंटरव्यू में साफ किया था कि दाऊद को वापस लाने के लिए उन्हें भी अमेरिका जैसा कदम उठाना होगा जैसा उन्होंने ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए उठाया. सरकार के एक साल पूरा होने के बाद अब सरकार संसद में बयान दे रही है कि उसे दाऊद के ठिकाने की जानकारी नहीं है जाहिर से इससे विपक्ष को सरकार को घेरने का एक मौका मिल रहा है.