नयी दिल्ली: आय से अधिक संपत्ति के मामले में कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा बरी किये जाने के बाद अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता की चुनावी प्रत्याशी के तौर पर अयोग्यता खत्म हो गयी है. गौरतलब है कि पिछले साल दोषी ठहराये जाने के बाद वह चुनावी प्रत्याशी के रुप में अयोग्य हो गयी थी. चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा, लेकिन, उन्हें तमिलनाडु विधानसभा का सदस्य बनने के लिए फिर से चुनाव लडना होगा.
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चुनावी प्रत्याशी के तौर पर जयललिता की अयोग्यता खत्म
नयी दिल्ली: आय से अधिक संपत्ति के मामले में कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा बरी किये जाने के बाद अन्नाद्रमुक प्रमुख जे जयललिता की चुनावी प्रत्याशी के तौर पर अयोग्यता खत्म हो गयी है. गौरतलब है कि पिछले साल दोषी ठहराये जाने के बाद वह चुनावी प्रत्याशी के रुप में अयोग्य हो गयी थी. चुनाव आयोग […]
चुनाव आयोग के सूत्रों ने आज बताया, ‘‘कानून के मुताबिक, अदालत के फैसले के बाद उनकी अयोग्यता समाप्त हो गयी है.’’ हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि लेकिन ,विधानसभा का सदस्य बनने के लिए उन्हें फिर से चुनाव लडना होगा. जयललिता श्रीरंगम विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं और पिछले साल 27 सितंबर को उनकी दोषसिद्धि के बाद यह सीट खाली हो गयी थी. उन्होंने बताया, ‘‘अयोग्यता समाप्त हो गयी है. लेकिन उन्हें दोबारा चुनाव लडना होगा.’’ उन्होंने कहा कि बिना चुनाव लडे वह इस सीट की प्रतिनिधि नहीं हो सकती हैं.
राज्य के मुख्यमंत्री के रुप में फिर से शपथ लेने के छह महीने के भीतर कानून के मुताबिक उन्हें चुनाव लडना होगा. पिछले साल नंवबर में बेंगलूरु की एक विशेष अदालत द्वारा दोषी ठहराये जाने के बाद जयललिता दस साल तक चुनाव लडने के अयोग्य हो गयी थीं.
बेंगलूरु की एक विशेष अदालत ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में जयललिता को दोषी ठहराया था और चार साल जेल की सजा सुनाने के अलावा उनपर 100 करोड रुपये का जुर्माना भी लगाया था. मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा जमानत दिये जाने के बाद जयललिता 17 अक्तूबर को बेंगलूरु की जेल से बाहर आयी थी.
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