नयी दिल्ली: प्राकृतिक आपदा में अपना सब कुछ गंवाने वालों को 30 अक्तूबर से पहले घर मुहैया कराये जायेंगे जिसके लिये सरकार ने 19 जगह तलाश ली हैं जहां पूर्वनिर्मित ढांचे स्थापित किये जायेंगे. मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने उम्मीद जताई कि अगले साल तक राज्य की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सकेगा.
बहुगुणा ने भाषा को दिये इंटरव्यू में पुनर्वास और बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा, ‘‘बाढ़ में बेघर हुए लोगों को बसाने के लिये हमने 19 जगहें तलाश ली हैं, जिन पर पूर्वनिर्मित :प्रीफैब्रिकेटेड: ढांचे स्थापित किये जायेंगे. एक गांव में 70 से 100 परिवारों को बसाया जायेगा और ये मकान कच्चे नहीं होंगे, बल्कि 35 साल से अधिक चलेंगे. इनमें अस्पताल, स्कूल, सामुदायिक भवन समेत सारी सुविधायें होंगी.’’
उन्होंने बताया, ‘‘इसके लिये टेंडर जारी कर दिये गए हैं और उम्मीद है कि 30 अक्तूबर से पहले काम पूरा हो जायेगा. फिलहाल राज्य सरकार बेघरों को 3000 रुपये मासिक किराया दे रही है. सर्दियों से पहले उनके पुनर्वास के लिये युद्धस्तर पर काम चल रहा है.’’ बहुगुणा ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है और अगले साल गर्मियों तक इसे पटरी पर लाने के पूरे उपाय किये जा रहे हैं.