मोदी को माफी के लिए मजबूर करने का कोई मतलब नहीं :पायलट

नयी दिल्ली : साल 2002 के गुजरात दंगों को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अफसोस होने के भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बयान को खारिज करते हुए आज कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों के लिए माफी खुद नरेंद्र मोदी को मांगनी चाहिए क्योंकि किसी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2013 4:29 PM

नयी दिल्ली : साल 2002 के गुजरात दंगों को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अफसोस होने के भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बयान को खारिज करते हुए आज कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों के लिए माफी खुद नरेंद्र मोदी को मांगनी चाहिए क्योंकि किसी को माफी के लिए मजबूर करने का कोई मतलब नहीं है.

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की टीम में अहम स्थान रखने वाले केंद्रीय मंत्री को लगता है कि प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर भाजपा द्वारा मोदी के नाम का ऐलान करने से कांग्रेस को ही फायदा होगा. उन्होंने कहा कि 2009 में भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर लालकृष्ण आडवाणी को पेश किया गया था और तब कांग्रेस की सीटों की संख्या 50 बढ़ गयी थी.

पायलट ने कहा, ‘‘यदि कोई किसी को खासतौर पर माफी के लिए बाध्य करता है तो उस माफी का कोई मतलब नहीं. अगर किसी को अफसोस है तो उसे खुद माफी मांगनी चाहिए. मुझे याद है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में (सिख विरोधी दंगों के बारे में) बयान दिया था.’’ पायलट से पूछा गया था कि क्या कांग्रेस मोदी से गुजरात दंगों पर माफी मांगने को कहेगी और इस बारे में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बयान पर उनका क्या कहना है.

केंद्रीय मंत्री के मुताबिक उन्हें यह माफी का मामला नहीं लगता बल्कि यह मामला इस बात का है कि कोई किसमें भरोसा रखता है.

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