कंपनियों में धोखाधड़ी का समय रहते पता लगाने तैयारी
नयी दिल्ली : सरकार कंपनियों में समय रहते धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए एक रणनीति तैयार कर रही है जिसमें विभिन्न नियामकीय एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों को जुटा कर गड़बड़ी पर निगाह रखी जाएगी. कंपनी मामलों के मंत्री सचिन पायलट ने कहा, ‘हमने काफी काम कर लिया है, हम एक ऐसी व्यवस्था तैयार कर […]
नयी दिल्ली : सरकार कंपनियों में समय रहते धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए एक रणनीति तैयार कर रही है जिसमें विभिन्न नियामकीय एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों को जुटा कर गड़बड़ी पर निगाह रखी जाएगी.
कंपनी मामलों के मंत्री सचिन पायलट ने कहा, ‘हमने काफी काम कर लिया है, हम एक ऐसी व्यवस्था तैयार कर रहे जिससे धोखाधड़ी के बड़ा आकार लेने से पहले ही उसे पकड़ा जा सके. हमने इसके लिए एक बड़ी ठोस और व्यापक रणनीति तैयार कर ली है.’ उन्होंने कहा कि इस नई प्रणाली को लागू करने के लिये जिन उपायों की आवश्यकता है, उन्हें कुछ सप्ताह में अमल में लाना शुरु कर दिया जायेगा.
इसके ब्योरे के बारे में पूछे जाने पर पायलट ने कहा कि इस समय तमाम एजेंसियां कंपनियों की निगरानी करती हैं और उनमें धोखाधड़ी की जांच कर रही है. इनमें वित्तीय आसूचना इकाई (एफआईयू) गंभीर धाखाधड़ी जाचं कार्यालय (एसएफआईओ), वित्त एवं गृहमंत्रालय के तहत आने वाली एजेंसियां, सेबी, रिजर्व बैंक तथा अन्य विभाग शामिल हैं.
पायलट ने विशेष बातचीत में कहा, ‘हमें अकले रह कर काम नहीं करना चाहिए. जरुरत यह सुनिश्चित करने की है कोई व्यक्ति मौके या विभिन्न एजेंसियों के विनियामकीय अधिकारियों के बीच फासले का फायदा न उठा सके.’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कंपनी जगत में जो भी घोटाले हुए वे उस समय सामने आये जब कि उनके कारण पूरा नुकसान हो चुका था, पैसा गायब किया जा चुका था, सम्पत्तियां खत्म हो चुकी थीं. अपराधियों को पकड़ कर जेल में डालने के बजाय कुछ भी नहीं बचाया जा सका था.