भारत-चीन आर्थिक संबंधों को उन्नत बनाने की रुपरेखा तैयार करना है : मोदी
बीजिंग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चीन दौरे की शुरुआत से ठीक पहले बीजिंग के साथ परस्पर विश्वास प्रगाढ बनाने का भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी यात्रा के माध्यम से दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को ‘गुणात्मक रुप से उन्नत बनाने’ के लिए एक रुपरेखा तैयार करना है. अपनी चीन यात्रा की पूर्व संध्या […]
बीजिंग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चीन दौरे की शुरुआत से ठीक पहले बीजिंग के साथ परस्पर विश्वास प्रगाढ बनाने का भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी यात्रा के माध्यम से दोनों देशों के आर्थिक संबंधों को ‘गुणात्मक रुप से उन्नत बनाने’ के लिए एक रुपरेखा तैयार करना है.
अपनी चीन यात्रा की पूर्व संध्या पर दिल्ली में चीन की मीडिया से बातचीत में मोदी ने आज कहा कि वह इस बात पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं कि भारत और चीन कैसे परस्पर विश्वास एवं भरोसे को आगे मजबूत कर सकते हैं ताकि संबंध की पूर्ण क्षमता का दोहन हो सके.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमारे आर्थिक संबंधों को गुणात्मक रुप से उन्नत बनाने के लिए रुपरेखा तैयार करने और बदलते भारत की आर्थिक प्रगति खासकर उत्पादन क्षेत्र एवं बुनियादी ढांचे के विकास में चीन की व्यापक भागीदारी को लेकर उत्सुक हूं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि भारत और चीन के बीच संबंध इस सदी के सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से हो सकते हैं.
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार मोदी ने कहा, ‘‘मैं इसको लेकर बुनियाद रखने के लिए चीन के नेतृत्व के साथ काम करने का इच्छुक हूं.’’ बेल्ट एंड रोड’ आर्थिक सहयोग योजना पर भारत और चीन के बीच सहयोग की संभावना के बारे में उन्होंने कहा कि यह फिर से उभरते एशिया की मांग है और यह उन मुद्दों में शामिल होगा जिन पर वह चीन के शीर्ष नेतृत्व के साथ चर्चा की उम्मीद करते हैं.