पीएम नरेंद्र मोदी ने प्राचीन बौद्ध मंदिर के दर्शन किये, समर्थकों ने लगाये ”मोदी-मोदी” के नारे
नयी दिल्ली/बीजिंग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से तीन देशों की यात्रा पर हैं जिसके तहत वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के गृहराज्य जियांग पहुंच गए हैं. यहां पहुंचने पर नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया.जियांग में आज सुबह प्रधानमंत्रीटैराकोटावारियर्स संग्रहालय पहुंचे.संग्रहालय में चीन के पहले सम्राट की सेनाओं की वस्तुएं रखीं हुईं […]
नयी दिल्ली/बीजिंग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से तीन देशों की यात्रा पर हैं जिसके तहत वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के गृहराज्य जियांग पहुंच गए हैं. यहां पहुंचने पर नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया.जियांग में आज सुबह प्रधानमंत्रीटैराकोटावारियर्स संग्रहालय पहुंचे.संग्रहालय में चीन के पहले सम्राट की सेनाओं की वस्तुएं रखीं हुईं हैं.इस संग्रहालय में चीन के पहले बादशाह किन शी हुआंग की सेनाओं की शक्तियों की झलक मिलती है. यह टैराकोटा कलाकृतियों का एक बड़ा संग्रह है.उन्होंने वहां रखे गेस्टबुक पर हस्ताक्षर किये और अपने अनुभव को लिखा.
अपनी इस यात्रा के दौरान वह बीजिंग और शंघाई भी जाएंगे. प्रधानमंत्री ने संग्रहालय में लगभग एक घंटे का समय बिताया. उन्होंने यहां किए जा रहे खुदाई कार्य के बारे में भी जानकारी ली. विजिटर बुक में मोदी ने लिखा कि जिस अद्भुत तरीके से संग्रहालय का संरक्षण किया गया है उससे वह ‘‘बेहद प्रभावित’’ हैं. संग्रहालय में ‘टैराकोटा सेना’ या ‘टैराकोटा योद्धाओं और घोडों’ का संग्रह है. टैराकोटा कलाकृतियों का यह संग्रह किन की सेनाओं को दर्शाता है. संग्रहालय परिसर संयुक्तराष्ट्र के वैश्विक विरासत स्थलों में शामिल है. इस संग्रहालय में किन की कब्र भी है.
इसके बाद वे डेक्सिंग्शन मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे. यह प्राचीन बौद्ध मंदिरों में से एक है.यह शानक्सी प्रांत में स्थित है. शांक्सी राष्ट्रपति शी का गृह प्रांत है.मंदिर के बाहर नरेंद्र मोदी ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.मंदिर के पास बने मार्ग पर उत्साह से भरी भारी भीड को देखकर प्रधानमंत्री अचानक ही रुक गए और उन्होंने कुछ चीनी लोगों से हाथ हिलाया. ये लोग ‘‘मोदी, मोदी’’ का उद्घोष कर रहे थे. लगातार बढती भीड को नियंत्रित करने में सुरक्षाकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड रही थी.
टेराकोटा वारियर्स संग्रहालय के गेस्टबुक पर पीएम ने लिखा
मोदी कल रात ही तीन देशों की यात्रा के लिए रवाना हुए. चीन के साथ वे सीमा विवाद सहित कई मुद्दों पर बात कर सकते हैं. चीन के बाद पीएम मंगोलिया और दक्षिण कोरिया की भी यात्रा पर जायेंगे.चीन की यात्रा के पहले उन्होंने उम्मीद जताई है कि उनकी इस यात्रा से परस्पर विश्वास प्रगाढ होगा, द्विपक्षीय आर्थिक रिश्तों को उन्नत बनाने के लिए एक रुपरेखा तैयार होगी तथा यह एशिया एवं विकासशील देशों के लिए ‘नया मील का पत्थर’ साबित होगी. प्रधानमंत्री के तौर पर चीन की अपनी पहली यात्रा पर जा रहे मोदी शिखर सम्मेलन के लिए सामान्य प्रोटोकॉल से हटकर एक असाधारण कदम के तहत राष्ट्रपति शी चिनफिंग के गृह शहर, प्राचीन नगरी शियान पहुंचें. पिछले साल सितंबर में भारत दौरे के दौरान मोदी ने भी चीनी नेता का अहमदाबाद में स्वागत किया था.
टैराकोटा वारियर्स संग्रहालय में नरेंद्र मोदी
मैं चीन के अपने दौरे के लिए आशान्वित हूं :प्रधानमंत्री
अपने दौरे के पहले प्रधानमंत्री ने चीनी मीडिया से कहा, ‘‘मैं चीन के अपने दौरे के लिए आशान्वित हूं. 21 वीं सदी एशिया की है.’’ वह चीन के बाद मंगोलिया और दक्षिण कोरिया की यात्रा पर भी जाएंगे. प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि उनके दौरे से भारत-चीन का संबंध ‘अधिक प्रगाढ’ होगा और एशिया तथा विकासशील देशों के लिए ‘नया मील का पत्थर’ साबित होगा. उनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर और वरिष्ठ अधिकारी भी गए हैं. अपने दौरे के पहले चीन के सरकारी चैनल सीसीटीवी से मोदी ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चीन के मेरे दौरे से केवल चीन-भारत दोस्ती ही प्रगाढ नहीं होगी बल्कि यह दौरा एशिया में विकासशील देशों के साथ ही दुनिया भर में संबंधों के लिए नया मील का पत्थर होगा. इसमें जरा भी संदेह नहीं है.’’
सभी राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा होगी
विदेश सचिव एस जयशंकर ने यात्रा की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘ द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय मामलों, बहुपक्षीय मामलों समेत सभी राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. केवल राजनीतिक ही नहीं बल्कि आर्थिक मामलों पर भी बात की जाएगी. इस दौरान व्यापार, आपसी सहयोग वाली ढाचांगत परियोजनाओं पर निवेश और मुङो लगता है कि लोगों के बीच संपर्क संबंधी व्यापक मुद्दों पर भी बात की जाएगी.’’ दोनों पक्ष व्यापार, निवेश और अन्य विविध क्षेत्रों में सहयोग को बढावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.
17 मई को मंगोलिया पहुंचेंगे प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी के बीजिंग में रहने के दौरान भारत-चीन राज्य एवं प्रांतीय नेताओं के फोरम की पहली बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भाग लेंगी. यात्रा के दूसरे चरण में वह 17 मई को मंगोलिया पहुंचेंगे. यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली मंगोलिया यात्रा होगी. इसके बाद तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री दक्षिण कोरिया जाएंगे जहां वह राष्ट्रपति पार्क ग्यून हाय से मुलाकात करेंगे. दोनों देशों के नेता दोहरे कराधान से बचाव की संधि, नौवहन, परिवहन, राजमार्गों और विद्युत विकास समेत कई क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. वह वहां भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी 19 मई को सोल से दिल्ली लौटेंगे.