भारत-चीन द्विपक्षीय संबंध : एक अप्रैल, 1950 को स्थापित हुए भारत-चीन राजनयिक संबंध
1954 : भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू चीन गये. अपने चीनी समकक्ष झोऊ एनलाई के साथ संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया. पांच बिंदुओं पर आधारित घोषणा पत्र में शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के साथ द्विपक्षीय संबंधों की रूपरेखा तय की गयी थी. अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए दोनों देश इन्हीं सिद्धांतों पर […]
1954 : भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू चीन गये. अपने चीनी समकक्ष झोऊ एनलाई के साथ संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया. पांच बिंदुओं पर आधारित घोषणा पत्र में शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के साथ द्विपक्षीय संबंधों की रूपरेखा तय की गयी थी. अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए दोनों देश इन्हीं सिद्धांतों पर चलते हैं.
दिसंबर, 1988 : भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने चीन की यात्र की. दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल में वार्ता और कई समझौते हुए.
1993 : भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने चीन की यात्र की और दोनों देशों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति कायम रखने संबंधी समझौते पर दस्तखत किये
28 नवंबर से एक दिसंबर, 1996 : चीन के राष्ट्रपति जियांग जेमिन भारत आये. राजनयिक संबंध बनने के बाद भारत आनेवाले वह चीन के पहले राष्ट्र प्रमुख थे. दोनों देशों ने 21वीं सदी में सहयोग के साथ आगे बढ़ने का संकल्प लिया.
28 मई से तीन जून, 2000 : भारत के राष्ट्रपति कोचेरिल रमन नारायणन ने चीन की यात्र की. दोनों देश सीमा विवाद खत्म करने की दिशा में काम करने पर सहमत हुए.
13 जनवरी से 18 जनवरी, 2002 : चीन के राष्ट्रपति झू रोंगजी भारत आये. दोनों देशों के बीच पर्यटन, जल संरक्षण, विज्ञान, संस्कृति और आउटर स्पेस में शांतिपूर्ण विकास से जुड़े समझौते हुए.
22 से 27 जून, 2003 : भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने चीन की आधिकारिक यात्र की. राष्ट्रपति हू जिंताओ के साथ महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की.
नौ से 12 अप्रैल, 2005 : चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने भारत की यात्र की. दोनों देशों ने शांति व समृद्धि के लिए सामरिक और अन्य समझौते किये.
20 से 23 नवंबर, 2006 : चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ ने भारत की यात्र की. दोनों देशों ने सामरिक संबंधों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ आपसी सहयोग से जुड़े 10 समझौते किये.
13 से 15 जनवरी, 2008 : भारत के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह चीन की यात्र पर गये. दोनों देशों ने 21वीं सदी के विजन पर चर्चा की और इससे जुड़े दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये.
15 से 17 दिसंबर, 2010 : भारत-चीन मैत्री की 60वीं वर्षगांठ पर चीन के प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने भारत की यात्र की. दोनों देशों के पीएम के बीच हॉटलाइन स्थापित करने पर सहमति बनी, ताकि दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों पर सीधी वार्ता होती रहे.
19 से 22 मई, 2013 : चीन का पीएम पद संभालने के बाद ली केक्यांग ने सबसे पहले भारत का दौरा किया.
22 से 24 अक्तूबर, 2013 : भारत के पीएम डॉ मनमोहन सिंह चीन के दौरे पर गये.