मुजफ्फरनगर में हालात सुधरे लेकिन कारोबार धीमा रहा
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में हालात धीरे धीरे सामान्य होने के बावजूद व्यावसायिक गतिविधियों ने अभी गति नहीं पकडी है और दुकानदारों की आज भी कोई खास बिक्री नहीं हुई. इलाके में आज कर्फ्यू में सात घंटे की ढील के दौरान हालांकि दुकानों पर काफी भीड देखी गयी लेकिन दुकानदारों का दावा है कि यह बिक्री सांप्रदायिक […]
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में हालात धीरे धीरे सामान्य होने के बावजूद व्यावसायिक गतिविधियों ने अभी गति नहीं पकडी है और दुकानदारों की आज भी कोई खास बिक्री नहीं हुई. इलाके में आज कर्फ्यू में सात घंटे की ढील के दौरान हालांकि दुकानों पर काफी भीड देखी गयी लेकिन दुकानदारों का दावा है कि यह बिक्री सांप्रदायिक संघर्ष से पहले होने वाली बिक्री के आस पास भी नहीं है.
पिछले सप्ताह से लगाये गये कर्फ्यू से दुकानदारों को कुल मिलाकर 30 करोड रुपये तक का नुकसान होने का अनुमान है. उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के जिला उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मित्तल ने कहा कि लोग बाजार आ रहे हैं लेकिन कारोबार पहले जैसा नहीं है.
मित्तल ने बताया कि कारोबार को पहले की तरह गति देने के लिये आज विभिन्न समुदायों के दुकानदारों की एक बैठक भी आयोजित की गयी.दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के खुलने से लोगों ने धीरे धीरे रोजमर्रा का कामकाज शुरु कर दिया और दोनों समुदाय के लोगों ने मिलजुल कर काम किया जैसा कि वे पहले किया करते थे.
मुस्लिम बहुल खलापट इलाके में एसपीएस अहलावत के क्लिनिक पर बडी संख्या में स्थानीय लोग जुटे और अपना नंबर आने पर डाक्टर दिखाने का इंतजार करते रहे. इलाके में रहने वाली नगमा ने कहा कि उनकी एक झलक ही यह सुकून दिला जाती है कि इलाज हो जायेगा क्योंकि वह न केवल एक अच्छे डाक्टर हैं बल्कि एक अच्छे इंसान भी हैं.पिछले दो दिन से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं होने के कारण आज सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गयी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि स्थिति सामान्य है और उन्हें कर्फ्यू में ढील के दौरान सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है.
उन्होंने कहा कि लोगों को अफवाह फैलाने वालों से सतर्क रहना चाहिये. इस बीच आज अपरान्ह शहर में भारी वर्षा होने से जगह जगह पानी भर गया.