सिविल सेवा परीक्षा के लिए यूपीएससी को चाहिए 5,000 निरीक्षक

नयी दिल्ली: आईएएस और आईपीएस बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों की बढती संख्या का हवाला देते हुए यूपीएससी ने इस साल सिविल सेवा परीक्षा से परीक्षा केंद्रों पर लगभग 5,000 निरीक्षकों की मांग की है. सिविल सर्विस प्रारंभिक परीक्षा 2015 का आयोजन 23 अगस्त को होना है. यूपीएससी का कहना है कि पिछले कुछ सालों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 17, 2015 1:04 PM

नयी दिल्ली: आईएएस और आईपीएस बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों की बढती संख्या का हवाला देते हुए यूपीएससी ने इस साल सिविल सेवा परीक्षा से परीक्षा केंद्रों पर लगभग 5,000 निरीक्षकों की मांग की है. सिविल सर्विस प्रारंभिक परीक्षा 2015 का आयोजन 23 अगस्त को होना है.

यूपीएससी का कहना है कि पिछले कुछ सालों में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा देने वालों की संख्या में रिकार्ड बढोतरी दर्ज की गयी है. 2014 में सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 9.45 लाख को पार कर गयी थी.
अनुमान के मुताबिक इस साल प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले आवेदनकर्ताओं की संख्या लगभग 13 लाख होगी.
यूपीएससी के सचिव आशिम खुराना ने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को लिखे पत्र में कहा है कि पूरे देश भर के लगभग 3000 स्थानों के 71 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.खुराना के अनुसार, समझा जाता है कि लगभग 13 लाख परीक्षार्थियों में से करीब 1.20 लाख परीक्षार्थी केवल दिल्ली के परीक्षा केंद्राें पर परीक्षा देंगे और उन्हें 260 स्थानों पर समायोजित किया जाएगा. परीक्षाओं का पर्यवेक्षण संस्थानों के प्राचार्य करेंगे.
खुराना ने बताया, ‘‘हालांकि, सहायक पर्यवेक्षकों और निरीक्षकों की सहायता के लिए आयोग 50 प्रतिशत परीक्षा पदाधिकारी मुहैया कराएगा. इसके बाद, यूपीएससी द्वारा लगभग 5,000 सहायक पर्यवेक्षक और निरीक्षक मुहैया कराने की आवश्यकता होगी.’’आयोग विभिन्न केंद्रीय सरकारी मंत्रलयों और विभागों से ग्रुप ए और ग्रुप बी के अधिकारियों की एक सूची भेजने का आग्रह करेगा. उसने डीओपीटी के सचिव से कहा है कि वे भारत सरकार के सभी मंत्रलयों या विभागों से सहायक पर्यवेक्षक और निरीक्षकों के रुप में अपनी सेवा देने वाले अधिकारियों को उनकी सेवाएं देने के लिए उपयुक्त निर्देश जारी करें.
यूपीएससी के सचिव ने बताया, ‘‘इस प्रकार प्रतिनियुक्ति पर आने वाले अधिकारियों को उनकी सेवाओं के लिए आयोग मानदेय का भुगतान करेगा..’’
हर साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन करता है जो प्रांरभिक, मुख्य और साक्षात्कार स्तर का होता है. इसमें चयनित होने वाले अभ्यर्थियों का चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस)और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित अन्य सेवाओं के लिए किया जाता है.

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