नयी दिल्ली: मुजफ्फरनगर हिंसा को लेकर नरेंद्र मोदी के प्रमुख सहयोगी अमित शाह को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि राज्य में हिंसा की घटनाएं सिर्फ ‘‘ट्रेलर’’ हैं जिसकी शुरुआत गुजरात के नेता को उत्तर प्रदेश का भाजपा प्रभारी बनाए जाने के बाद हुयी है.
पार्टी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ खून खराबा, बांटो और राज करो तथा घृणा फैलाया जाना. यह ट्रेलर है और पूरी तस्वीर अभी आनी है.. अमित शाह को उत्तर प्रदेश भेज दिया गया, आप ट्रेलर देख रहे हैं. ऐतिहासिक रुप से जाट मुस्लिम साथ साथ रहे हैं.’’उन्होंने इस बात से इंकार किया कि कांग्रेस पूरे मामले में समाजवादी पार्टी को कोई क्लीन चिट दे रही है. उन्होंने हालांकि कहा, ‘‘ हम वहां राजनीतिक हलचल पैदा नहीं कर रहे हैं. हम राज्य सरकार को सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए समय दे रहे हैं.’’चौधरी ने कहा कि मामला यह नहीं है कि सपा ने इस प्रकरण में कोई गलती नहीं की है, आखिरकार राज्य में उनकी सरकार है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर कहा कि जहां तक दंगों का सवाल है कांग्रेस सपा को दोषमुक्त करने की मांग कर रही है लेकिन तथ्य यह है कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में अमित शाह के प्रवेश के बाद स्थिति पहले जैसी नहीं है. उन्होंने कहा कि जाट और मुस्लिम परंपरागत रुप से एक साथ रहे हैं और अब वे लड़ रहे हैं.कांग्रेस ब्रीफिंग में चौधरी ने इन सवालों को टाल दिया कि क्या पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र में सांप्रदायिक हिंसा विधेयक लाने पर जोर देगी क्योंकि कई राज्यों में सांप्रदायिक दंगों की घटनाओं में वृद्धि हुयी है.