आईएएस अमित कटारिया ने तोड़ी चुप्पी, बताया क्यों पहना था सन ग्लास और क्यों नहीं पहनी कोर्ट-टाई
बस्तर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के नक्सलग्रस्त बस्तर का दौरा किया. कई बड़ी घोषनाएं की. लेकिन शायद इस दौरे से मीडिया में नरेंद्र मोदी उतनी सुर्खियोंमें नहीं रहे जितनी सुर्खियों में आईएएस अमित कटारिया आ गये. मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कटारिया की मुलाकात को लेकर चर्चा जोरों पर है. सवाल उठने […]
बस्तर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के नक्सलग्रस्त बस्तर का दौरा किया. कई बड़ी घोषनाएं की. लेकिन शायद इस दौरे से मीडिया में नरेंद्र मोदी उतनी सुर्खियोंमें नहीं रहे जितनी सुर्खियों में आईएएस अमित कटारिया आ गये. मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कटारिया की मुलाकात को लेकर चर्चा जोरों पर है. सवाल उठने लगे कि कटारिया ने क्या सचमुच प्रोटोकॉल तोड़ा या स्थिति के अनुसार लिया गया उनका फैसला सही था.
हालांकि छत्तसीगढ़ सरकार को यह नागवार गुजरा कि प्रधानमंत्री से एकआईएएसअधिकारी ने डार्क सनग्लास पहनकर और बगैर कोट पहने मुलाकात की. इसके लिए उन्हें नोटिस भी भेजा गया और चेतावनी दी गयी कि आगे से वह प्रोटोकॉल का ध्यान रखें. एनडीटीवी को भेजे एक मैसेज में उन्होंने प्रोटोकॉल तोड़े जाने का जवाब दिया. उन्होंने लिखा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के मद्देनजर दिन भर वहां की प्रशासनिक तैयारियों को जायजा लेता रहा. बस्तर में मई के महीने में काफी गरमी पड़ती है और पारा 40 के पार होता है.
यहां कोट और बंद गले की टाई में रहना प्रैक्टिकल नहीं है. मैं पूरी तरह साधारण कपड़ों में था मैंने ब्लू रंग की शर्ट और ब्लैक रंग की पैंट पहनी थी और काले रंगा का जूता पहना था. मैं टी- शर्ट और चप्पल में तो नहीं था. मुख्यमंत्री रमन सिंह और अन्य बड़े अधिकारी प्रधानमंत्री के पहुंचने से बस पांच मिनट पहले सर्किट हाउस से तैयार होकर पहुंचे. जबकि मैं धूप में तैयारियों का जायजा ले रहा था. मैंने गरमी में कोट ना पहनने का फैसला लिया और उसे अपनी कार में रख दिया.
35 साल के आईएएस ऑफिसर अमित कटारिया को अपना काम बेहद ईमानदारी और मेहनत के साथ करन के लिए जाना जाता है. इस घटना के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर भी लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है. आई स्पोर्ट अमित कटारिया, अमित कटारिया फैन पेज जैसे कई पेज फेसबुक पर बनाये जा रहे हैं.