केजरीवाल बनाम नजीब जंग पर बोले जेटली, दिल्ली को फिर महंगा पडा आम आदमी पार्टी के साथ राजनीतिक प्रयोग
नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में शंकुतला गैमलीन को कार्यवाहक मुख्य सचिव नियुक्त किये जाने के सवाल पर एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ रार ठान ली है. अरविंद केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के प्रतिनिधि उप राज्यपाल नजीब जंग के बीच इस […]
नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में शंकुतला गैमलीन को कार्यवाहक मुख्य सचिव नियुक्त किये जाने के सवाल पर एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ रार ठान ली है. अरविंद केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार के प्रतिनिधि उप राज्यपाल नजीब जंग के बीच इस मुद्दे पर ठकराव बढता जा रहा है. इस बीच केजरीवाल आज राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिल कर उप राज्यपाल की शिकायत करने वाले हैं.
उधर, वरिष्ठ भाजपा नेता वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ दिल्ली का प्रयोग फिर महंगा पडा है. जेटली यहां भाजपा की दिल्ली इकाई को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता का नयी राजनीतिक पार्टी आम आदमी पार्टी के साथ चुनाव में किया गया प्रयोग एक फिर बहुत महंगा पडा है. उन्होंने कहा कि शासन आम आदमी पार्टी के एजेंडे में है ही नहीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में शासन करना छत्तीसगढ व जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों जैसा कठिन भी नहीं है. उन्होंने कहा कि भाजपा शासित मध्यप्रदेश इस बाद का उदाहरण है कि राज्य कैसे खुद को बदल सकता है.
अरुण जेटली ने कहा कि दिल्ली एक ग्लोबल सिटी बन सकती है. यहां व्यापार, पर्यटन आदि की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि इस साल फरवरी में हुए चुनाव में भ्रष्टाचार से उपजी आम आदमी पार्टी से भाजपा बुरी तरह चुनाव हारी. उस चुनाव में आम आदमी पार्टी को 67 व भाजपा को तीन सीटें मिलीं थी.
अरुण जेटली ने कहा कि आम आदमी पार्टी को बडा जनादेश मिला है. ऐसे में उन्हें अपनी जिम्मेवारी समझनी चाहिए. उन्हें समझना चाहिए कि जनता शासन चाहती है, न कि विवाद. अगर वे अपनी इस जिम्मेवारी को नहीं समझते हैं, तो यह हमारी भी जिम्मेवारी है कि हम उन्हें समझायें.
अरविंद केजरीवाल का दिल्ली की सरकार में काबिज होने का पिछला 100 दिन केंद्र के साथ तनावपूर्ण रहा है. नौकरशाहों की तैनाती पर उनके व उप राज्यपाल के बीच काफी तनाव बढ चुका है.
राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि आम आदमी पार्टी के नेता अरिवंद केजरीवाल केंद्र व उप राज्यपाल के खिलाफ अपनी मुखर आवाज को दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने में रूपांतरित करना चाहते हैं.