मोदी की प्रचार टीम के मुख्य सदस्य अब नीतीश के लिए करेंगे प्रचार
नयी दिल्ली: नीतीश कुमार और नरेन्द्र मोदी का भले ही राजनीति में छत्तीस का आंकड़ा हो लेकिन दो राजनीति विरोधियों के बीच एक ऐसी बात होने वाली है जो दोनो में कॉमन होगी. कल तक मोदी के लिए चुनाव प्रचार की कमान संभालने वाले प्रशांत किशोर अब अगामी बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश के लिए […]
नयी दिल्ली: नीतीश कुमार और नरेन्द्र मोदी का भले ही राजनीति में छत्तीस का आंकड़ा हो लेकिन दो राजनीति विरोधियों के बीच एक ऐसी बात होने वाली है जो दोनो में कॉमन होगी. कल तक मोदी के लिए चुनाव प्रचार की कमान संभालने वाले प्रशांत किशोर अब अगामी बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश के लिए प्रचार करेंगे.
नरेन्द्र मोदी की चुनाव प्रचार टीम के मुख्य सदस्य प्रशांत किशोर आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में प्रधानमंत्री के राजनीतिक विरोधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए काम कर सकते हैं. लोक स्वास्थ्य मामलों के विशेषज्ञ किशोर ने 2011 में संयुक्त राष्ट्र की नौकरी छोड दी थी और उन युवा पेशेवरों की टीम में शामिल हुए जिन्होंने करीब तीन वर्षों तक मोदी के लिए प्रचार किया था. चाय पे चर्चा और थ्री डी होलोग्राम प्रचार जैसे कई अभियानों का श्रेय उन्हें जाता है. इन कार्यक्रमों ने मोदी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 37 वर्षीय किशोर ने 60 अन्य पेशेवरों के साथ मिलकर सिटीजन्स फॉर अकाउंटेबल गवर्नेंस (सीएजी) बनाई थी जिसका उद्देश्य मोदी के लिए वोट जुटाना और फिर सामाजिक मुद्दों का समाधान करना रहा.
किशोर ने आज कहा कि उन्होंने एक वर्ष की छुट्टी ली है लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की कि वह बिहार के मुख्यमंत्री के लिए काम करेंगे. जब उनसे पूछा गया कि क्या बिहार चुनाव से पहले वह कुमार के चुनाव प्रचार में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा, मैं जिस तरह का काम करता हूं उसमें लोग सामान्य तौर पर संपर्क करते हैं. बहरहाल जद यू के सांसद और मुख्यमंत्री के सलाहकार पवन वर्मा ने कहा कि किशोर नीतीश कुमार के लिए काम करेंगे.
वर्मा ने बताया, वह (किशोर) हमसे जुडेंगे और जब भी वह हमसे जुडेंगे हम स्वागत करेंगे. उन्होंने नीतीश कुमार जैसे नेता के लिए काम करने की इच्छा जताई है और हमारा मानना है कि वह संचार और सोशल मीडिया के क्षेत्र में कुछ विशेषज्ञता लाएंगे.किशोर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह मोदी के लिए काम कर रहे थे न कि भाजपा के लिए. उन्होंने कहा, मैं कभी भी भाजपा से नहीं जुडा. मोदी के लिए मैं निजी तौर पर काम कर रहा था. उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई जब खबरें आ रही थीं कि भाजपा नेतृत्व और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से उनका विवाद हो गया है.