दिल्ली में ‘संवैधानिक संकट’ पैदा करने के लिए कांग्रेस ने की आप, भाजपा की आलोचना
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आप और भाजपा पर ‘‘जानबूझकर’’ दिल्ली में नौकरशाहों की नियुक्ति को लेकर ‘‘संवैधानिक संकट’’ पैदा करने का आज आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों पार्टियां चुनावी वादे पूरे करने की असफलता से लोगों को ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही हैं. दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आप और भाजपा पर ‘‘जानबूझकर’’ दिल्ली में नौकरशाहों की नियुक्ति को लेकर ‘‘संवैधानिक संकट’’ पैदा करने का आज आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों पार्टियां चुनावी वादे पूरे करने की असफलता से लोगों को ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही हैं.
दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दोनों को वर्तमान परिस्थितियों के लिए समान रुप से जिम्मेदार बताते हुए कांग्रेस ने मामले का ‘‘परिपक्व समाधान’’ खोजने के बजाए उसे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तक ले जाने को लेकर दोनों पर सवाल उठाया.
पार्टी ने पिछले एक सप्ताह में केजरीवाल सरकार द्वारा दिए गए आदेशों को पलटने के जंग के फैसलों पर भी सवाल उठाया और कहा कि इनका दिल्ली के प्रशासन पर प्रतिकूल प्रभाव होगा. पार्टी ने दावा किया कि दिल्ली अभी बिजली और पानी की कमी से जूझ रही है.
दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अजय माकन ने कहा, ‘‘संभवत: यह भाजपा और केंद्र सरकार के हित में है कि वह मुद्दे को और बढाए क्योंकि मोदी सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर समारोहों और प्रदर्शनों का दौर शुरु होने वाले हैं.. उनके पास ‘अच्छे दिन’ का कोई जवाब नहीं है, जो आने वाले थे.’’
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, ‘‘वे नहीं चाहते लोग इसके बारे में बात करें. वे चाहते हैं कि लोग इस संवैधानिक संकट के बारे में बातें करें. केजरीवाल के साथ भी ऐसा ही है. संभवत: वह नहीं चाहते कि लोग दिल्ली में बिजली-पानी की किल्लत के बारे में बातें करें.’’
जंग और केजरीवाल पर अपनी राजनीतिक लडाई में प्रशासनिक अधिकारियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारियों को क्यों चुनना चाहिए कि वह किसके आदेश का पालन करेंगे, उपराज्यपाल या मुख्यमंत्री? इसने दिल्ली के अधिकारियों को हतोत्साहित किया है उनका मनोबल गिराया है. आने वाले दिनों में इसका बहुत बुरा प्रभाव होगा.’’
माकन ने कहा, ‘‘दिल्ली बिजली-पानी के संकट से जूझ रही है. अधिकारी काम नहीं करना चाह रहे हैं. कई अधिकारी छुट्टी पर जाना चाहते हैं. आप और भाजपा ने जानबूझकर ऐसी स्थिति पैदा की है.’’