नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज नाराज चल रहे लालकृष्ण आडवाणी के प्रति कोई हमदर्दी नहीं दिखाई जिनके विरोध के बावजूद नरेन्द्र मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है. पार्टी ने कहा कि मोदी सांप्रदायिकता की बीमारी का लक्षण हैं जो राष्ट्रीय राजनीति में आडवाणी द्वारा लाया गया है.
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने हरियाणा के रेवाड़ी में मोदी की कल होने वाली रैली के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मोदी का अपने गृह राज्य के बाहर कोई असर नहीं होगा. उन्होंने कहा, हर राजनीतिक दल कहीं भी रैली आयोजित करने के लिए स्वतंत्र है. इसका कोई असर नहीं होगा. वह पहले भी रैलियों को संबोधित कर चुके हैं. हमने देखा है कि कर्नाटक में क्या असर पड़ा था.
आडवाणी की आपत्तियों को दरकिनार करते हुए मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किये जाने के बारे में पूछने पर अहमद ने कहा कि हमें आडवाणी के प्रति कोई हमदर्दी नहीं है. ये वहीं हैं जिन्होंने सबसे पहले भारतीय राजनीति में सांप्रदायिकता का जहर घोला था. मोदी आडवाणी द्वारा राष्ट्रीय राजनीति में लायी गयी बीमारी का ही लक्षण हैं.