जम्मू कश्मीर सरकार कश्मीरी पंडितों के साथ उनकी वापसी पर विचार विमर्श करेगी : माधव
नयी दिल्ली: भाजपा महासचिव राम माधव ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार जल्दी ही कश्मीरी पंडितों के नेताओं के साथ विचार विमर्श शुरु करेगी ताकि सुरक्षा और सम्मान के साथ उनकी घाटी में वापसी सुनिश्चित हो सके. राज्य में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा […]
नयी दिल्ली: भाजपा महासचिव राम माधव ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर सरकार जल्दी ही कश्मीरी पंडितों के नेताओं के साथ विचार विमर्श शुरु करेगी ताकि सुरक्षा और सम्मान के साथ उनकी घाटी में वापसी सुनिश्चित हो सके.
राज्य में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि इस संबंध में सिर्फ एक ही सवाल है कि क्या पंडितों के लिए विशेष टाउनशिप हो या मिश्रित टाउनशिप हो जहां पंडित बहुसंख्यक हैं.
माधव ने आजतक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि कश्मीरी पंडितों के साथ विचार विमर्श के बाद फैसला किया जाएगा तथा राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री विचार विमर्श करेंगे.भाजपा नेता ने कहा कि पीडीपी के चुनावी घोषणा पत्र में भी पंडितों की घाटी में वापसी की बात की गयी है.उन्होंने पीडीपी-भाजपा गठबंधन को उचित ठहराते हुए कहा कि इसे स्वाभाविक गठजोड नहीं कहा जा सकता लेकिन यह एक अनोखे जनादेश का नतीजा था.
उन्होंने कहा कि यह शासन गठबंधन है, न कि वैचारिक या राजनीतिक गठबंधन. एफएसपीए या अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों पर अलग अलग राय हैं और हमने अपने न्यूनतम साझा कार्यक्रम में इसे स्वीकार किया है.आरएसएस से जुडे भारतीय मजदूर संघ द्वारा कुछ मुद्दों पर सरकार की नीतियों की आलोचना किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर माधव ने कहा कि उन्हें भी अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है और उन्होंने आश्वासन दिया कि वैध चिंताओं पर गौर किया जाएगा.
उन्होंने भारत की विदेश नीति को नई दिशा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की. चीन के संबंध में उन्होंने कहा कि अब स्थिति ऐसी है कि कठिन मुद्दों पर भी विचार विमर्श हो सकता है. राम मंदिर मुद्दे का जिक्र करते हुए माधव ने कहा कि यह मामला उच्चतम न्यायालय में है और अगर कोई समाधान उभरता है तो यह अच्छा होगा. अगर नहीं, तो मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है.