माखनलाल पत्रकारिता विवि में फर्जी नियुक्तियों को निरस्त करने की मांग

भोपाल: नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता संस्थान में फर्जी एवं आरएसएस और भाजपा से जुड़े लोगों की बड़े पैमाने पर नियुक्तियां किये जाने का आरोप लगाते हुए इन नियुक्तियों को तत्काल निरस्त करने और इस पर विचार-विमर्श के लिए महापरिषद् की बैठक बुलाने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2013 7:00 PM

भोपाल: नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता संस्थान में फर्जी एवं आरएसएस और भाजपा से जुड़े लोगों की बड़े पैमाने पर नियुक्तियां किये जाने का आरोप लगाते हुए इन नियुक्तियों को तत्काल निरस्त करने और इस पर विचार-विमर्श के लिए महापरिषद् की बैठक बुलाने की मांग की है.

नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय में विगत दिनों विभिन्न पदों के लिए जारी भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की कई शिकायतें सामने आई हैं. विश्वविद्यालय में शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के करीब 220 पदों पर चयन कार्य में यूजीसी व विश्वविद्यालय अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन किया जा रहा है. यहां तक कि टीचर्स-प्रोफेसर्स के इंटरव्यू के लिए चयन समिति का गठन नियमानुसार नहीं किया गया. इस बारे में कुलाधिपति, उपराष्ट्रपति एवं राज्यपाल को भी शिकायत की गई है.नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्पष्ट है कि उक्त पूरी चयन प्रक्रिया बाहरी तत्वों के दबाव में पक्षपातपूर्ण ढंग से संचालित की गई है. इससे भी गंभीर बात यह है कि कुलपति महोदय ने इस सभी नियुक्तियों पर मोहर लगवाने के लिए अगले सप्ताह प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की है जबकि नियमानुसार शिक्षकों व अधिकारी वर्ग की समस्त नियुक्तियों पर महापरिषद् की स्वीकृति जरुरी है.

नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि तीन वर्ष पहले भी 27 अक्टूबर 2010 को आयोजित महापरिषद् ने ऐसी ही नियुक्तियों की पुष्टि की थी जबकि इस बार महापरिषद् के सदस्यों को अपने इस अधिकार से वंचित रखा जा रहा है. सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि आगामी नवंबर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, ऐसी स्थिति में इतने बड़े पैमाने पर नियुक्तियों का निर्णय दिसंबर तक टाला जाना चाहिए.

सिंह ने पत्र में इस सिलसिले में विचार-विमर्श और स्वीकृति के लिए महापरिषद् की विशेष बैठक आहूत करने की मांग की है.

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