कोरोना की तीसरी लहर की देश में आहट, अब तेलंगाना में 45 स्कूली बच्चे कोविड पॉजिटिव
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की खबरें स्कूलों और कॉलेजों से लगातार आ रही है. हाल ही में बेंगलुरू के एक इंटरनेशनल स्कूल से 33 बच्चों के संक्रमित होने की खबर आयी थी, उसके बाद एक मेडिकल कॉलेज के 182 स्टूडेंट संक्रमित पाये गये थे.
कोरोना की तीसरी लहर की आहट देश में सुनाई पड़ने लगी है, आज यह खबर आयी है कि तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के महात्मा ज्योतिबा फुले स्कूल के 45 स्टूडेंट और एक टीचर कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं.
यह जानकारी डॉ गायत्री ने दी जो जिले की डीएम हैं. उन्होंने बताया कि यह बैकवर्ड क्लास के बच्चों के कल्याणार्थ चलाया जा रहा स्कूल है. उन्होंने बताया कि इन बच्चों को आइसोलेट करके रखा गया है और उन्हें स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करायी जा रही है.
45 students and 1 teacher of Mahatma Jyotiba Phule Backward Classes Welfare school have tested COVID19 positive so far: Dr Gayatri, DM &HO, Sangareddy District, Telangana pic.twitter.com/HsA7CBDOLx
— ANI (@ANI) November 29, 2021
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण की खबरें स्कूलों और कॉलेजों से लगातार आ रही है. हाल ही में बेंगलुरू के एक इंटरनेशनल स्कूल से 33 बच्चों के संक्रमित होने की खबर आयी थी, उसके बाद एक मेडिकल कॉलेज के 182 स्टूडेंट संक्रमित पाये गये थे. पंजाब से भी एक स्कूल के 25 छात्रों के संक्रमित होने की सूचना आयी थी.
कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से देश में स्कूल लगभग दो साल से बंद थे, जिन्हें दूसरी लहर के बाद खोला गया है. स्कूलों को यह निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों को 50 प्रतिशत की क्षमता में बुलायें और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें, बावजूद इसके बच्चों में संक्रमण दिख रहा है. अभी तक देश में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन पाया गया है. जिसको लेकर पूरे विश्व में दहशत है. भारत सरकार ने भी एहतियातन कई उपाय किये हैं जिसमें कोरोना प्रोटोकॉल के पालन को जरूरी बताया गया है, साथ ही विदेश यात्रा के लिए भी गाइडलाइन जारी कर दिया गया है.
एम्स के निदेशक डॉ रणदीप सुरजेवाला ने यह कहा है कि हमें यह देखना होगा कि इस वायरस पर वैक्सीन का प्रभाव कितना है, अगर वैक्सीन वायरस पर बेअसर साबित हुआ तो कोरोना वायरस का ओमिक्रोन वैरिएंट गंभीर चिंता का विषय बन सकता है.