नयी दिल्ली: मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह से पूछा गया कि बीजेपी के कार्यकर्ता और समर्थक इस सरकार से राम मंदिर जैसे कोर मुद्दों पर काम चाहते हैं, जो कि हो नहीं रहे. इस पर शाह ने कहा, सरकार को अब भी इतना बहुमत नहीं मिला है, जितना कोर मुद्दे पर काम करने के लिए होना चाहिए. आपको पता होना चाहिए कि सरकार को इसके लिए लोकसभा में 370 सीटें चाहिए. शाह ने कहा कि केंद्र सरकार काले धन के मुद्दे का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले की यूपीए सरकार इस समस्या को हल करने में असफल रही थी.
दिल्ली में जंग का फैसला कोर्ट में
अमित शाह ने कहा कि केंद्र का अरविंद केजरीवाल सरकार के साथ मतभेद संविधान की अलग व्याख्या के कारण है. इस मामले को अदालत सुलझायेगी. हाइकोर्ट द्वारा राज्य सरकार की शक्तियों को सीमित करने से संबंधित केंद्र की अधिसूचना को ‘संदिग्ध’ के तौर पर देखने की व्यवस्था दिये जाने के एक दिन बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने टकराव को कम करने का प्रयास करते हुए कहा कि मोदी सरकार का ‘आप’ सरकार के साथ कभी संघर्ष नहीं रहा.
उपलब्धियां गिनायीं
संघीय ढांचा मजबूत हुआ
प्रधानमंत्री देश को ‘टीम इंडिया’ के माध्यम से प्रगति की दिशा में आगे ले जा रहे हैं
आर्थिक वृद्धि दर 5.7% हुई
राजकोषीय घाटा नियंत्रण में
कारोबार बढ़ा
विदेशी मुद्रा भंडार 10 वर्ष के सर्वोच्च शिखर पर
महंगाई अब नियंत्रित है
प्रत्यक्ष नकद अंतरण के जरिये भ्रष्टाचार में कमी आयी
मुद्रा बैंक से छोटे कारोबारियों को ऋण सुविधा मिलेगी
मेक इन इंडिया पहल के जरिये रोजगार के अवसर सृजित होंगे
2019 तक सभी गांवों को बिजली देने की कोशिश
सुरक्षा एजेंसियों को एकजुट किया, आंतरिक व्यवस्था हुई
इधर राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति से मिले मोदी
अपनी सरकार की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से मुलाकात की. राष्ट्रपति के साथ अपनी एक तस्वीर के साथ मोदी ने ट्वीट किया, ‘हमारी सरकार का एक साल पूरा होने पर राष्ट्रपति जी से मुलाकात की.’ एक अन्य ट्वीट में अंसारी और उनकी पत्नी के साथ अपनी तसवीर साझा की.
लिखा, ‘उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी के साथ मुलाकात शानदार रही.
’ प्रधानमंत्री ने कार्यालय के सभी अधिकारियों से भी बातचीत की. कहा कि उनका अनुभव यह रहा कि ‘सरकारी पदाधिकारी और आम आदमी एक जैसा ही सोचते हैं. यदि सही माहौल दिया जाये, तो सरकारी मशीनरी आम आदमी के लिए परिणाम दे सकती है.’ पीएमओ से जारी बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने कर्तव्य निवर्हन में अधिकारियों की मेहनत और समर्पण की तारीफ करते हुए उन्हें ‘टीम पीएमओ’ की संज्ञा दी.