नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय पर्याप्त सबूत नहीं मिलने के कारण योग गुरु रामदेव और उनके हरिद्वार स्थित ट्रस्ट पर कुछ सालों पहले शुरु किये गये कथित मुद्रा उल्लंघन के मामले को खत्म कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक एजेंसी इस मामले में अबतक कोई खास प्रगति नहीं कर सकी है क्योंकि रामदेव के एक अनुयायी दंपति द्वारा ‘उपहार’ में दिये गये स्कॉटलैंड के एक द्वीप की खरीद के बारे में किसी तरह के वित्तीय संबंधों से जुडा कोई सबूत नहीं मिल सका है.
इस छोटे उपमहाद्वीप का प्रयोग विदेश में रामदेव के एक आधार और कल्याण केंद्र के रुप में किया जाता है. अफ्रीका के मेडागास्कर में इसी तरह की संपत्ति एजेंसी की जांच के दायरे में थी. प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में ब्रिटेन के अधिकारियों की सहायता भी ली. इससे पहले भी एजेंसी ने रामदेव के करीबी बालकृष्ण के खिलाफ चल रहे मनी लाड्रिंग के मामले को सबूत नहीं मिलने की वजह से पिछले साल बंद कर दिया था.