नयी दिल्ली : राजस्थान में गुर्जर आंदोलन अपने चरम पर है. जहां एक ओर उच्च न्यायालय ने एक भी गुर्जर प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार नहीं कर पाने और अलोकतांत्रिक प्रदर्शन से लोगों को मुश्किल में डालने की अनुमति देने को लेकर मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक की आज खिंचाई की. वहीं दूसरी ओर इस आंदोलन से निपटने में राज्य सरकार की मदद के लिए केंद्र सरकार की ओर से अर्धसैनिक बलों के 4,500 कर्मी राजस्थान भेजे गए है.
गुर्जर आंदोलन के कारण दिल्ली मुंबई रेल मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज आठवें दिन भी यातायात प्रभावित है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां कहा कि कुछ सुरक्षाकर्मी पहले ही राजस्थान पहुंच चुके हैं और बाकी अलग अलग समूहों में पहुंचेंगे. इन सुरक्षाकर्मियों को देश के विभिन्न हिस्सों से भेजा जा रहा है. इनमें ज्यादातर सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवान हैं. गुर्जर आंदोलनकारियों ने दिल्ली मुंबई रेल मार्ग और जयपुर आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को आज आठवें दिन भी जाम किया हुआ है और गतिरोध को दूर करने के लिए बातचीत के जरिये प्रयास किये जा रहे हैं.
सरकारी नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण की अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए आंदोलनकारी तीन जिलों में रेल पटरियों और सडक मार्गों को ठप्प कर रहे हैं. मौजूदा गुर्जर आंदोलन के कारण रेलवे को करीब 100 करोड रुपये का नुकसान हो चुका है. आंदोलन के चलते रेलवे को अभी तक कोटा-मथुरा मार्ग पर तीन सौ से ज्यादा मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द करने या मार्ग परिवर्तित करने के लिए मजबूर होना पडा है.