पतंजलि फूड पार्क संघर्ष: बालकृष्ण ने मामले को राजनीतिक दल का षड्यंत्र बताया

हरिद्वार: पतंजलि फूड पार्क में 27 मई को हुए हिंसक संघर्ष और गोलीबारी को एक राजनीतिक पार्टी का षड्यंत्र बताते हुए बाबा रामदेव के करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने आज कहा कि इसमें पुलिस भी भागीदार है. दिव्य योग मंदिर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आचार्य बालकृष्ण ने आज कहा कि मामले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2015 2:16 AM

हरिद्वार: पतंजलि फूड पार्क में 27 मई को हुए हिंसक संघर्ष और गोलीबारी को एक राजनीतिक पार्टी का षड्यंत्र बताते हुए बाबा रामदेव के करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने आज कहा कि इसमें पुलिस भी भागीदार है.

दिव्य योग मंदिर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आचार्य बालकृष्ण ने आज कहा कि मामले में गिरफ्तार किये गये रामभरत पूरी तरह से निदरेष हैं. उन्होंने उन्हें राजनीतिक बदले की भावना से फंसाया जा रहा है. उन्होंने घटना को दुखद बताते हुए मृतक के प्रति संवेदना प्रकट की.
पतंजलि फूड पार्क के उत्पादों की ढुलाई को लेकर स्थानीय ट्रक यूनियन और पार्क के सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई हिंसक झडप और गोलीबारी की घटना में एक ट्रक ड्राइवर बलजीत की मृत्यु हो गयी थीउन्होंने इस सिलसिले मे पुलिस ने बाबा रामदेव के भाई रामभरत सहित कुल 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है.
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आज दिन भर ट्रक यूनियन के लोगों ने फूडपार्क के बाहर पत्थरबाजी की लेकिन पुलिस का कहीं कोई पता नहीं थाउन्होंने उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले 15 अप्रैल को भी ट्रक यूनियन के लोगों ने फैक्टरी के अन्दर घुस कर मार-पीट की थी जिसमें फैक्टरी के सात-आठ कर्मचारी गंभीर रुप से घायल हुए थे.
उन्होंने कहा कि इस घटना के बारे में उन्होंने थाना पथरी में लिखित सूचना देकर आईजी डीआईजी सहित सभी उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया था किन्तु दोषियों के विरुद्घ कोई कार्यवाही नहीं की गयी.
पतंजलि फूड पार्क में हुई गोलीबारी के संदर्भ में किये गये एक प्रश्न के उत्तर में बालकृष्ण ने कहा कि उनके लोगों ने कोई गोलीबारी नहीं की है और न हीं उनके पास किसी हथियार का कोई लाइसेंस है. उन्होंने वारदात का कारण अवैध वसूली बताया.एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उत्तेजित स्वर में उन्होंने कहा, ‘‘रामभरत पतंजलि फूड पार्क के एमडी नहीं हैं हम सब सिर्फ सेवक हैं.’’ उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो, उसे सजा मिलनी चाहिये.

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