प्रणब मुखर्जी ने प्रवासी भारतीय युवकों से मुलाकात की
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जो परिस्थति की मांग के मुताबिक खुद अपनी क्षमता प्रदर्शित कर सकता है. मुखर्जी ने प्रवासी युवकों से जुड़े कार्यक्रम 25 वें नो इंडिया प्रोग्राम फॉर डायस्पोरा यूथ में शामिल आठ देशों के 27 युवकों के समूह को […]
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जो परिस्थति की मांग के मुताबिक खुद अपनी क्षमता प्रदर्शित कर सकता है.
मुखर्जी ने प्रवासी युवकों से जुड़े कार्यक्रम 25 वें नो इंडिया प्रोग्राम फॉर डायस्पोरा यूथ में शामिल आठ देशों के 27 युवकों के समूह को संबोधित करते हुए कहा, हमारे लिए जरूरी है कि हम अपनी जड़ों और उस स्थान के बारे में जाने जहां से हमारा ताल्लुक है. राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी बयान के अनुसार उन्होंने प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय की ओर से इस कार्यक्रम को आयोजित किए जाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की.
मुखर्जी ने कहा, भारत दुनिया का सबसे बड़ा क्रियाशील लोकतंत्र है जो परिस्थति की मांग के मुताबिक अपनी क्षमता प्रदर्शित करने में सक्षम है. इस कार्यक्रम के आयोजन का मकसद विभिन्न देशों में रहने वाले भारतीय मूल के युवाओं को देश में हो रहे बदलाव तथा संस्कृति, धरोहर और कला में परिवर्तन के बारे में बताना है.