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विदेश यात्राओं में मोदी के साथ ”तिजोरी” चलती है : दिग्विजय सिंह

इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक विदेश यात्राओं में बडे उद्योगपतियों की मौजूदगी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि इन दौरों में मोदी के साथ ‘तिजोरी’ चलती है. दिग्विजय ने कहा, ‘ विदेश यात्राओं में मोदी के साथ तिजोरी चलती है. वह विदेश में जहां भी जाते हैं, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2015 4:21 PM

इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक विदेश यात्राओं में बडे उद्योगपतियों की मौजूदगी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि इन दौरों में मोदी के साथ ‘तिजोरी’ चलती है.

दिग्विजय ने कहा, ‘ विदेश यात्राओं में मोदी के साथ तिजोरी चलती है. वह विदेश में जहां भी जाते हैं, उनके साथ बडे..बडे उद्योगपति भी चलते हैं. ये उद्योगपति उनकी तिजोरी हैं.’ कांग्रेस महासचिव ने यह प्रतिक्रिया मोदी के उस हालिया बयान पर पलटवार करते हुए दी, जिसमें प्रधानमंत्री ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ‘सूट..बूट की सरकार’ के कटाक्ष का जवाब देते हुए कहा था कि ‘निश्चित रुप से सूट..बूट, सूटकेस की तुलना में ज्यादा स्वीकार्य है.’
राज्यसभा सांसद ने मोदी पर अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों का कद कम करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कटाक्ष किया, ‘मोदी जब फ्रांस में राफेल युद्धक विमान खरीद रहे थे, तब भारत के रक्षा मंत्री गोवा में मछली खरीद रहे थे.’ उन्‍होंने यह दावा भी किया कि देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री कार्यालय को सीधे कोई फाइल नहीं भेज पा रहे हैं, जिससे गृह मंत्री के पद की गरिमा गिर रही है.
इससे पहले, दिग्विजय ने इंदौर प्रेस क्लब के आयोजित ‘भाषाई पत्रकारिता महोत्सव’ के एक सत्र में आरोप लगाया कि एनडीए सरकार ने सत्ता संभालने के साल भर के भीतर ही राज्यों को मिलने वाली केंद्रीय आर्थिक मदद में कटौती कर दी है.
उन्होंने कहा, ‘ अब राज्यों को पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के मुकाबले मौजूदा एनडीए सरकार से कम पैसा मिल रहा है.’ दिग्विजय ने केंद्रीय इस्पात और खान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी में कहा, ‘ यह तय करने की कानूनी शक्ति भी केंद्र सरकार के पास है कि किसी कोल ब्लॉक से निकाले जाने वाले खनिज का उपयोग कहां होगा. आखिर यह बात तय करने वाला केंद्र कौन होता है. कोल ब्लॉक से निकलने वाली खनिज संपदा पर राज्य का हक होना चाहिये.’

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