नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में भी मैगी नूडल्स के नमूने खाने के लिहाज से असुरक्षित पाये गये. इसे लेकर दिल्ली सरकार ने नेस्ले इंडिया के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है. आज दिल्ली सरकार इसे बाजार से हटाने का निर्देश दे सकती है.पश्चिम बंगाल सरकार ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए बैठक बुलायी है.
We met the Delhi Health Minister. Have made a representation, he will review it: Sanjay Khajuria, Nestle India pic.twitter.com/3p7mimkRT9
— ANI (@ANI) June 3, 2015
बताया जा रहा है कि ममता सरकार भी मैगी पर बैन लगा सकती है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने आज नेस्ले के अधिकारियों को इस मुद्दे पर बातचीत के लिए बुलाया है. नेस्ले ने अपना पक्ष रखते हुए दिल्ली सरकार से कहा आप मीडिया रिपोर्ट पर ध्यान ना दें मीडिया लोगों में भ्रम फैला रही है. लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना हमारी प्राथमिकता है. नेस्ले ने इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री से बात की और उन्हें पूरी जानकारी दी.
Meeting between Nestle officials and Delhi Health Minister Satyendra Jain begins in Secretariat.
— ANI (@ANI) June 3, 2015
दिल्ली सरकार ने स्विट्जरलैंड की बहुराष्ट्रीय कंपनी की भारतीय इकाई के खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया है. मैगी नूडल्स के नमूनों में प्रयोगशाला परीक्षण के दौरान सीसे की मात्रा तय सीमा से अधिक पायी गयी है. सरकार ने कहा कि नेस्ले के अधिकारियों को अगले कुछ दिन में समन किया जायेगा. प्रयोगशाला परीक्षण के अंतिम परिणाम मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. इसके तहत मैगी पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई भी हो सकती है.
अधिकारियों ने कहा कि विस्तृत व अंतिम रिपोर्ट का इंतजार है. एक बार यह रपट मिलने के बाद सरकार ने कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि शहर में विभिन्न इलाकों से पिछले सप्ताह मसाला :टेस्टमेकर: के 13 नमूने लिए गये थे. इनमें से 10 में सीसे की मात्रा तय सीमा से अधिक मिली है.
केरल में मैगी को हटाने का निर्देश
केरल सरकार ने राज्य में अपनी खुदरा दुकानों से मैगी नूडल्स हटाने का निर्देश दिया. केरल के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अनूप जैकब के कार्यालय ने कहा कि एक आदेश जारी कर राज्य में उसकी खुदरा दुकानों से मैगी नूडल्स के वितरण को तब तक अस्थायी रूप से रोक देने के लिए कहा गया है जब तक कि सुरक्षा मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट न हो जाये. केरल राज्य नागरिक आपूर्ति निगम, जिसे सप्लाइको के नाम से भी जाना जाता है, के राज्य भर में करीब 1400 स्टोर हैं.