मैगी नूडल्स पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा कल करेंगे बैठक
नयी दिल्ली : नेस्ले के उत्पाद मैगी पर सरकारों का शिकंजा कसता जा रहा है. आज दिल्ली सरकार के प्रतिबंध लगाने के बाद सेना ने भी मैगी पर प्रतिबंध लगा दिया है. दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार ने उसे क्लीन चीट दे दी है. महाराष्ट्र सरकार ने आज कहा कि अब तक जितने सैंपल का टेस्ट […]
नयी दिल्ली : नेस्ले के उत्पाद मैगी पर सरकारों का शिकंजा कसता जा रहा है. आज दिल्ली सरकार के प्रतिबंध लगाने के बाद सेना ने भी मैगी पर प्रतिबंध लगा दिया है. दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार ने उसे क्लीन चीट दे दी है. महाराष्ट्र सरकार ने आज कहा कि अब तक जितने सैंपल का टेस्ट किया गया है उसमें किसी तरह का नेगेटिव रिपोर्ट नहीं पाया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज मीडिया से कहा कि मैगी पर विभिन्न राज्यों से रिपोर्ट मांगी गयी है. उन्होंने कहा है कि इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कल एक बैठक की जायेगी. देश के 30 राज्यों ने नेस्ले के मैगी नूडल्स को जांच प्रयोगशाला में भेजा है. कई राज्यों को इस संबंध में रिपोर्ट मिल गयी है तो कई को मिलने वाली है.
महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गिरीश बापत ने कहा कि हमने कुछ सैंपल की जांच की है लेकिन अब तक किसी तरह का नेगेटिव रिपोर्ट नहीं पाया गया है. उन्होंने कहा कि अगर बाद में किसी तरह का पोजिटिव रिपोर्ट पाया जाएगा तो वह नेस्ले के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
इसके पहले आज दिल्ली सरकार ने मैगी पर दिल्ली में 15 दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया.. आज इसकी घोषणा करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि दिल्ली में 15 दिनों तक मैगी की बिक्री पर बैन रहेगा.
इस बीच कंपनी बाजार में मौजूद मैगी नूडल को जल्द से जल्द दूसरे मानक मैगी नू़डल से बदले.
जैन ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह नेस्ले की सफाई से संतुष्ट नहीं है. दिल्ली सरकार ने खुद अपनी लेब्रोटरी में मैगी के मौजूदा सैंपल की जांच की है और उसमे तय सीमा से अधिक लेड पाया गया है.
इस मामले में नेस्ले इंडिया का पक्ष के बारे में जैन ने कहा कि नेस्ले कंपनी ने अपना पक्ष रखते हुए दलील दी है कि उसके खाद्य उत्पाद उसकी घरेलू प्रयोगशाला व बाहरी प्रयोगशाला दोनों जगह पर परखी गयी है और यह लिमिट के अंदर है.
यह पूछे जाने पर कि क्या अन्य कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा? जैन ने कहा कि बाकी कंपनियों के सैंपल भी लिये जा रहे हैं. जांच के बाद उनपर कार्रवाई की जाएगी. केस के प्रश्न पर कहा कि इसका एक प्रोसेड्यूर है उसी के तहत कोर्ट में केस किया जाएगा और आगे की कार्रवाई कोर्ट करेगी. उन्होंने कहा कि खाने के अंदर और दवाइयों के अंदर मिलावट को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
गौरतलब है कि मैगी नूडल में तय सीमा से अधिक लेड पाये जाने की शिकायत के बाद से कई राज्यों में सरकारें अलर्ट हो गयी है. केरल सरकार ने भी इसकी बिक्री पर बैन लगा दिया है. बिहार में भी इसको लेकर जांच जारी है और वहां इसपर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.