सुषमा का रुख पार्टी लाइन का हिस्साः भाजपा
नयी दिल्ली: भाजपा ने आज कहा कि विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज का यह रुख पार्टी लाइन का हिस्सा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को देश के प्रधानमंत्री के रुप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है. पार्टी की प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने यहां कहा, ‘‘सुषमा लोकसभा में विपक्ष की नेता हैं. उनकी लाइन […]
नयी दिल्ली: भाजपा ने आज कहा कि विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज का यह रुख पार्टी लाइन का हिस्सा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को देश के प्रधानमंत्री के रुप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
पार्टी की प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने यहां कहा, ‘‘सुषमा लोकसभा में विपक्ष की नेता हैं. उनकी लाइन पार्टी की लाइन से हट कर कैसे हो सकती है? ’’ उनसे सवाल किया गया था कि क्या सुषमा की यह टिप्पणी पार्टी लाइन का हिस्सा है, जिसमें कहा गया है कि सोनिया देश की बहु के रुप में पूरी तरह स्वीकार्य हैं, लेकिन प्रधानमंत्री के रुप में कतई नहीं.सुषमा ने कल यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, ‘‘ मैंने हमेशा कहा है कि सोनिया गांधी हमारे देश में इंदिरा गांधी की पुत्र-वधु और राजीव गांधी की पत्नी के रुप में आयीं थीं तथा इस तौर पर वह हमारे प्यार और स्नेह की हकदार हैं. कांग्रेस अध्यक्ष के रुप में भी वह हमारे सम्मान की हकदार हैं. लेकिन अगर वह प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं तो मैं नहीं कहूंगी.’’
वह कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के उस परोक्ष हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रही थीं कि उन्होंने (सुषमा) 2004 में राजग की हार के बाद सिर मुंडाने की धमकी क्यों दी थी जब सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने की बात चल रही थी. सुषमा ने अपने रुख के समर्थन में कहा, ‘‘अगर 60 साल की आजादी के बाद फिर से किसी विदेशी को देश का शीर्ष पद दिया जाता है तब इसका अर्थ यह होगा कि 100 करोड़ भारतीय इसके काबिल नहीं हैं. बेल्लारी से :1999 में सोनिया के विरुद्ध: मेरे चुनाव लड़ने का मकसद यही था और मेरे लिए वह मिशन था. बेल्लारी में मैं रण हार गई लेकिन युद्ध जीत गई.’’