उप्र सरकार को बने रहने का अधिकार नहीं : कांग्रेस

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी सरकार पर मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक दंगों पर काबू पाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. कांग्रेस प्रवक्ता पी सी चाको ने यहां संवाददाताओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2013 7:37 PM

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने आज उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी सरकार पर मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक दंगों पर काबू पाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.

कांग्रेस प्रवक्ता पी सी चाको ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार ऐहतियाती कार्रवाई करने में बुरी तरह विफल रही है. मुजफ्फरनगर और इसके आसपास के इलाकों में घटनायें राज्य सरकार की पूरी तरह से विफलता को दर्शाती है और इसलिए इन घटनाओं के मद्देनजर राज्य सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.

चाको ने साथ ही यह स्पष्ट किया कि वह राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की वकालत नहीं कर रहे हैं. उनका कहना था कि ये दोनों अलग अलग चीजें हैं. सरकार को बर्खास्त करना बिलकुल अलग मामला है.

उन्होंने मुजफ्फरनगर और उसके आस पास के इलाकों में पिछले दिनों हुए सांप्रदायिक दगों को गुजरात में 2002 में हुए सांप्रदायिक दंगों जैसा बताते हुए कहा कि हाल के समय में इतना बड़ा दंगा नहीं हुआ था. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इस इलाके में इस तरह का सांप्रदायिक संघर्ष पहले नहीं हुआ था. वहां जाटों और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द का इतिहास रहा है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जो लोग मारे गये हैं उसके अलावा पचास हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं और उनकी स्थिति संतोषजनक नहीं है. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि वह तुरंत ऐसा माहौल बनाये ताकि लोग अपने घरों को लौट सकें.

उन्होंने कहा कि दंगों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में सरकार को विलंब नहीं करना चाहिए और जो भी जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. चाहे वह व्यक्ति किसी भी राजनीतिक दल से क्यों जुड़ा हो.

चाको ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कार्रवाई होनी चाहिए. अंतत: कार्रवाई तो राज्य सरकार को ही करनी है क्योंकि कानून व्यवस्था उसी की जिम्मवारी है. उन्होंने इस बात को भी गलत बताया कि घटना के कई दिनों बाद तक कांग्रेस चुप बैठी रही. उन्होंने कहा कि पार्टी ने हमेशा मुद्दे को उठाया है.

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