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अमरनाथ यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है, अलगाववादी करते हैं मामले का राजनीतिकरण : जितेंद्र सिंह

श्रीनगर : अलगाववादियों पर मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए केंद्र ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा की अवधि कम करने का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि इस वार्षिक यात्रा पर कोई रोक नहीं है. केंद्रीय मंत्री और उधमपुर से लोकसभा सांसद जितेंद्र सिंह ने यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2015 6:45 PM
श्रीनगर : अलगाववादियों पर मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए केंद्र ने आज कहा कि जम्मू कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा की अवधि कम करने का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है. उन्होंने कहा कि इस वार्षिक यात्रा पर कोई रोक नहीं है.
केंद्रीय मंत्री और उधमपुर से लोकसभा सांसद जितेंद्र सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, अमनाथ यात्रा की अवधि के सवाल पर वैज्ञानिक रुप से गौर किया जाता है. हमारे पास मजबूत भूविज्ञान सर्वेक्षण रिपोर्ट और वैज्ञानिक सबूत हैं जो दिखाते हैं कि आप पर्यावरण का ध्यान रखते हुए पूरे वर्ष अमरनाथ यात्रा जारी रख सकते हैं. हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धडे के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी सहित अलगाववादियों ने इस यात्रा की दो महीने की अवधि पर चिंता जताई थी और इसे कम करने की मांग की थी.
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री सिंह ने कहा कि यात्रा पर कोई रोक नहीं है और अवधि शुभ समय के अनुसार तय होती है. उन्होंने कहा, कोई रोक नहीं है. यह दो महीने का समय शुभ समय माना जाता है. यात्रा की तारीखों पर अंतिम फैसला यात्रा बोर्ड द्वारा तय होता है और हम धार्मिक पक्ष में कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे. सिंह ने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने अपनी नवविवाहित दुल्हन के साथ फरवरी या मार्च महीने में यात्रा की थी। सिंह ने कहा कि लोगों की पर्यावरण संबंधी चिंताएं स्वाभाविक हैं लेकिन अलगाववादी इस मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, पर्यावरण संबंधी चिंताएं स्वाभाविक हैं लेकिन अलगाववादी इस मामले का राजनीतिकरण करने का प्रयास कर रहे हैं. मौसम संबंधी समस्याओं को छोडकर कोई अन्य मुद्दा नहीं है. जम्मू कश्मीर की उधमपुर लोकसभा सीट से सांसद सिंह ने कहा कि अलगाववादी यात्रा शुरु होने से पहले हर वर्ष इस तरह के विषय उठाते हैं.
उन्होंने कहा, यह हर साल हो रहा है, खासकर अमरनाथ यात्रा शुरु होने से पहले वे एक मुद्दा उठाने का प्रयास करते हैं और फिर प्रतिस्पर्धी राजनीति में फंस जाते हैं. उन्होंने कहा, लेकिन मुझे विश्वास है, जैसा कि हमने बीते वर्षों में देखा है, जब लोगों की मन:स्थिति बदलती है, इस तरह की राजनीति करने वाले भी अपने रास्ते बदल लेते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि यह सफल नहीं होगा और मैंने यह भी देखा है कि लोग अब ज्यादा महसूस कर रहे हैं कि सच क्या है और उनका लाभ किसमें है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अलगाववादी जनता की मदद नहीं करने वाले विषय को बढाचढा कर पेश कर रहे हैं जिससे कश्मीर की आम जनता के साथ अन्याय हो रहा है. यह यात्रा इस साल दो जुलाई से 59 दिन के लिए शुरु होने का कार्यक्रम है.

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