आज किसी भी समय केरल में दस्तक दे सकता है मानसून
नयी दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने आज कहा कि चार दिन की देरी के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले 20 घंटे में केरल तट पर पहुंचने की संभावना है.आईएमडी ने बताया कि केरल में वर्षा की गतिविधि बढ गयी है और मानसून किसी भी वक्त राज्य में पहुंच सकता है. केरल में मानसून […]
नयी दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने आज कहा कि चार दिन की देरी के बाद दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले 20 घंटे में केरल तट पर पहुंचने की संभावना है.आईएमडी ने बताया कि केरल में वर्षा की गतिविधि बढ गयी है और मानसून किसी भी वक्त राज्य में पहुंच सकता है. केरल में मानसून के पहुंचने को देश में वर्षा के मौसम का विधिवत आगमन माना जाता है.
भारत में मानसून के आगमन की सामान्यत: तारीख एक जून है. मौसम विभाग ने शुरु में कहा कि मानसून 30 मई को केरल तट पर पहुंचेगा लेकिन बाद में उसने अपनी भविष्यवाणी संशोधित करते हुए मानसून के आगमन की पांच जून बताया और इसके लिए उसकी धीमी गति को जिम्मेदार ठहराया.
आईएमडी ने एक बयान में कहा, दक्षिण पूर्व अरब सागर और उसके आसपास के लक्षद्वीप क्षेत्र में आज निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. उसके प्रभाव से केरल में वर्षा गतिविधि बढ गयी है. उसने कहा, दक्षिण पूर्व अरब सागर में चल रहे पवन भी अनुकूल होते जा रहे हैं. अगले 48 घंटों में करेल में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगमन के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं. निजी मौसम अनुमान एजेंसी स्काईमेट ने भी कहा कि वर्षा अगले दो दिन में तेज हो सकती है.
स्काईमेट ने कहा, केरल में पिछले दो-चार दिनों से वर्षा न्यूनतम रही है लेकिन पिछले 24 घंटे में वह तेज हुई है. वर्षा गतिविधि अगले दो दिन में और तेज हो सकती है तथा राज्य एवं उसके आसपास के क्षेत्र में ज्यादा वर्षा हो सकती है.
जब हम आगे बढेंगे तो केरल के और अधिक हिस्सों में अच्छी मानसून पूर्व वर्षा की संभावना है जो भारत में मानसून का आगमन है.