सितंबर में बेंगलुरु अधिवेशन में राहुल गांधी को मिल सकती है कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी
नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधीकी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर ताजपोशी की बात इस साल के शुरुआत से ही हो रही है. कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश भी अपने इंटरव्यू में इशारों में यह बात बार-बार कहते रहे हैं और ऐसे ही संकेत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी दिये […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधीकी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर ताजपोशी की बात इस साल के शुरुआत से ही हो रही है. कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश भी अपने इंटरव्यू में इशारों में यह बात बार-बार कहते रहे हैं और ऐसे ही संकेत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी दिये हैं. अब प्रमुख अंगरेजी अखबार द हिंदू ने खबर दी है कि सितंबर में आयोजित होने वाली कांग्रेस के 84वें अधिवेशन में राहुल गांधी की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी हो सकती है.
द हिंदू ने अपनी खबर में उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से कहा है कि कर्नाटक शासित बेंगलुरु में होने वाली कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी को पार्टी अपना अगला अध्यक्ष बना सकती है. गौरतलब है कि कर्नाटक कांग्रेस शासित एक प्रमुख राज्य है.
उल्लेखनीय है कि बजट सत्र के दौरान भी राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की बात उठी थी. उस समय कहा गया था कि बजट सत्र के बाद इस संबंध में पार्टी निर्णय लेगी.
हालांकि पार्टी के अंदर एक दूसरी धारा भी थी व है, जो यह मानती रही है कि राहुल गांधी को फिलहाल नेतृत्व देना जल्दबाजी होगी और जबतक पार्टी की स्थिति सुधर नहीं जाती है, तब तक सोनिया गांधी ही अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी संभालें. हालांकि राहुल गांधी ने बजट सत्र के दौरान लंबी छुट्टी से वापसी करने के बाद अपनी स्थिति पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह मजबूत की है.
उन्होंने चुटीले अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर कई हमले किये और तंज कसे. अब जब राहुल गांधी की स्थिति मजबूत हुई तब पार्टी के अंदर यह विश्वास गहरा हुआ है कि उन्हें संगठन का पूर्ण नेतृत्व सौंप दिया जाये.
हाल के दिनों में पदयात्रा, कृषि संकट सहित कई मुद्दों पर उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार की मजबूत घेराबंदी की है. भूमि विधेयक पर भी वे लगातार हमलावर हैं. पार्टी का सदस्यता अभियान भी पिछले माह 15 मई को पूर्ण हो चुका है. अब अगले दो महीने पार्टी के सांगठनिक चुनावों की प्रक्रिया चलने वाली है. 15 अगस्त तक पार्टी का सांगठनिक चुनाव संपन्न हो जायेगा. इसके बाद सितंबर मध्य में पार्टी का महाधिवेशन हो सकता है, जिसमें राहुल गांधी को अध्यक्ष पद सौंपा जा सकता है.