नयी दिल्ली : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने सरकारी निवास 7, रेसकोर्स रोड के लॉन में कदम्ब का एक पौधा लगाया है. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर रखना ही धरती पर प्रलयकारी स्थिति से बचने का उपाय है. उन्होंने आने वाली वर्षा ऋतु में प्रत्येक परिवार से एक पेड लगाने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि जैसे हम सांसारिक वस्तुओं को धारण करने में गर्व महसूस करते हैं, वैसे ही हमें परिवार द्वारा लगाये गये वृक्षों के लिए भी गर्व होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर रखना ही धरती पर प्रलयकारी स्थिति से बचने का एकमात्र उपाय है.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने पौधे के निकट एक परंपरागत मटका भी रखा, जो जल संरक्षण का पारंपरिक तरीका है. इससे पौधे को नियमित जल आपूर्ति भी सुनिश्चित होती है. कदंब का पौधा लगाने के अवसर पर प्रधानमंत्री ने कवि सुभद्रा कुमारी चौहान की इन पंक्तियों का स्मरण किया ‘यह कदंब का पेड अगर मां होता यमुना तीरे. मैं भी उस पर बैठ कन्हैया बनता धीरे-धीरे.’ इस अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्री प्रकाश जावडेकर भी उपस्थित थे.