मैगी ने सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया, इस मामले में कोई समझौता नहीं होगाः जे पी नड्डा
नयी दिल्लीःमैगी मामले में बढते मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज कहा कि मैगी के कई नमूनों की जांच के बाद पता चला है कि मैगी ने सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया है और इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा. इसके पहले मैगी नूडल्स को लेकर उसको बनाने वाली कंपनी नेस्ले […]
नयी दिल्लीःमैगी मामले में बढते मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज कहा कि मैगी के कई नमूनों की जांच के बाद पता चला है कि मैगी ने सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया है और इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
इसके पहले मैगी नूडल्स को लेकर उसको बनाने वाली कंपनी नेस्ले पर कसते शिकंजे के बीच नेस्ले ने अब न्यायालय का सहारा लिया है. उत्तराखंड में बैन के खिलाफ आज नेस्ले ने उत्तराखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से 15 दिन में जवाब मांगा है.
मैगी में सीसा और एमएसजी की मात्रा अधिक पाए जाने के मद्देनजर विभिन्न राज्यों द्वारा इस पर प्रतिबंध लगाए जाने के बीच नेस्ले ने आज कहा कि बेबुनियाद भ्रम की वजह से वह भारतीय बाजार से इस उत्पाद को हटा रही है.कंपनी ने कहा है कि निराधार भ्रम की वजह से उपभोक्ताओं का भरोसा हिला है. हालांकि, कंपनी का अभी भी मानना है कि उसके नूडल्स खाने के लिये पूरी तरह सुरक्षित हैं.
मैगी नूडल्स पर दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात और अन्य राज्यों में प्रतिबंध लगाए जाने के मद्देनजर नेस्ले के वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पॉल बुल्के स्थिति का जायजा लेने स्विटजरलैंड से दिल्ली पहुंचे हैं.बुल्के ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा हमें लग रहा है कि बेबुनियाद वजहों से भ्रम पैदा हुआ जिससे उपभोक्ताओं का भरोसा हिला है.
जिस वक्त यह संवाददाता सम्मेलन चल रहा था, लगभग उसी समय केंद्रीय खाद्य सुरक्षा नियमाक एफएसएसएआई ने मैगी की सभी नौ किस्मों को मानव के खाने के लिए असुरक्षित और खतरनाक करार देते हुए इन्हें बाजार से वापस लेने का आदेश दिया.