चेन्नई : अन्नाद्रमुख प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने शहर के राधाकृष्णन नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 27 जून को होने वाले उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र आज यहां दाखिल किया. इस उपचुनाव को जयललिता के लिए बेहद आसान माना जा रहा है क्योंकि प्रमुख विपक्षी दलों ने इसका बहिष्कार करने का निर्णय किया है. 67 वर्षीय जयललिता इस महानगर के निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार निर्वाचित होने का प्रयास कर रही हैं.
अपनी सहेली शशिकला के साथ यहां आयी जयललिता ने निगम के क्षेत्रीय कार्यालय में अपना नामांकन पत्र भरा. जयललिता के आवास से लेकर पूरे मार्ग को पताकाओं से सजाया गया था. अन्नाद्रमुक सदस्य पार्टी का ध्वज लेकर तपती धूप में वहां खडे थे और उनका हाथ हिलाकर अभिवादन कर रहे थे. इस दौरान पारंपरिक दक्षिण भारतीय संगीत बजाया जा रहा है. आय से अधिक संपत्ति के मामले में बरी होने के बाद पिछले माह तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रुप में पांचवीं बार शपथ लेने वाली जयललिता को छह माह के भीतर विधायक के रुप में निर्वाचित होना है.
अन्नाद्रमुक के पी वेटरीवेल ने 17 मई को आर के नगर की विधायिकी में इस्तीफा दिया था, जिससे जयललिता के इस सीट से निर्वाचित होने का मार्ग प्रशस्त हो गया. 234 सदस्यीय राज्य विधानसभा में अन्नाद्रमुक के 150 सदस्य हैं. द्रमुक, एमडीएमके, वीसीके एवं पीएमके ने उपचुनाव के बहिष्कार की घोषणा की है जबकि भाकपा ने माकपा के समर्थन से चुनाव लडने का निर्णय किया है. राजग घटक भाजपा एवं डीएमडीके ने अभी तक अपना मन नहीं बनाया है.
ऐसा पहली बार हो रहा है कि जयललिता चेन्नई के किसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड रही हैं. उन्होंने 1989 में बोदीनयाकनुर :थेनी: और बाद में बरगुर (कृष्णागिरी) एवं अंडीपति (थेणी) का प्रतिनिधित्व किया जो सभी ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र हैं. वर्ष 2011 के चुनाव में उन्होंने अपने पैतृक स्थल एवं मंदिरों के शहर श्रीरंगम :तिरुचिराप्पली: से जीत हासिल की लेकिन उन्हें यह सीट इसलिए छोडनी पडी क्योंकि बेंगलूरु की एक अदालत ने उन्हें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के एक मामले में दोषी ठहरा दिया.
बहरहाल, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उन्हें 11 मई को सभी आरोपों से बरी कर दिया, जिससे उनके मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया. बाद में उन्हें 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी. जयललिता जब नामांकन दाखिल करने जा रही थीं तो पार्टी का झंडा लहरा रहे उनके समर्थकों, स्थानीय पदाधिकारियों एवं निवासियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.