नयी दिल्ली : भूकंप से प्रभावित नेपाल में संपन्न ऑपरेशन मैत्री में भारतीय वायुसेना और थल सेना ने 2,223 उड़ानें भरीं और करीब 11,200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. इसके साथ ही करीब 1700 टन राहत सामग्री गिरायी गयी.
सशस्त्र बलों की रैपिड एक्शन मेडिकल टीमों ने 4,762 घायलों को चिकित्सकीय सहायता पहुंचायी. इनमें करीब तीन सौ लोगों की सर्जरी की गयी, 216 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया जबकि करीब चार हजार लोगों का ओपीडी में इलाज किया गया. वायुसेना और थलसेना द्वारा 25 अप्रैल को शुरु किया गया व्यापक मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्य कल समाप्त हो गया.
भूकंप आने के चार घंटे के अंदर भारतीय वायुसेना ने कार्रवाई शुरु कर दी थी और अपने एक सी..130जे विमान, दो सी..17, एक आईएल..76 विमान को तैनात किया. वायुसेना ने एनडीआरएफ के 295 कर्मियों को भी पहुंचाया. इस राहत अभियान में सी..130जे सुपर हर्क्यूलस, सी..17, ग्लोबमास्टर तीन, आईएल..76 गजराज के अलावा एमआई..17 वी5 और एमआई..17 जैसे हेलीकाप्टर भी शामिल हुए.
थलसेना के इंजीनियर टास्क फोर्स (ईटीएफ) ने काठमांडो के अलावा गोरखा, बारपक में राहत कार्य में मदद की और कठिन एवं दुर्गम क्षेत्रों में सड़कों को साफ किया. थलसेना ने दस हजार कंबल, एक हजार टेंट और एक हजार तारपोलिन: प्लास्टिक शीट मुहैया कराए.