लंबे इंतजार के बाद केवी चौधरी सतर्कता आयुक्त व विजय शर्मा मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्‍त

नयी दिल्ली : सीवीसी केवी चौधरी नये केंद्रीय सतर्कता आयुक्त नियुक्त किये गये हैं, जबकि विजय शर्मा नये मुख्य सूचना आयुक्त बनाये गये हैं. केवी चौधरी 1978 बैच के आइआरएस अधिकारी हैं. मालूम हो कि दोनों अहम पदों पर नियुक्ति के लिए हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे संबंधित समिति की बैठक की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2015 4:37 PM
नयी दिल्ली : सीवीसी केवी चौधरी नये केंद्रीय सतर्कता आयुक्त नियुक्त किये गये हैं, जबकि विजय शर्मा नये मुख्य सूचना आयुक्त बनाये गये हैं. केवी चौधरी 1978 बैच के आइआरएस अधिकारी हैं. मालूम हो कि दोनों अहम पदों पर नियुक्ति के लिए हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे संबंधित समिति की बैठक की थी, जिसमें विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे भी शामिल हुए थे.
पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सीआईसी, सीवीसी और लोकपाल के प्रमुखों की नियुक्ति में देरी करने के लिए प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार को परदर्शिता से भय लगता है.
मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों की नियुक्ति में देरी के कारण लंबित मामलों की संख्या काफी बढी है और इस विषय पर आरटीआई कार्यकर्ताओं ने भी सवाल उठाते हुए सरकार पर पारदर्शिता से जुडे इस आयोग को धीरे धीरे समाप्त करने का आरोप लगाया है.
आरटीआई कार्यकर्ता लोकेश बत्रा ने कहा, ह्सीआईसी में काफी संख्या में मामले लंबित होने के मद्देनजर सीआईसी में व्यापक सुधार की जरुरत है, जिसमें प्रमुख के शनिवार को भी काम पर आना शामिल है. बत्रा ने नये मुख्य चुनाव आयुक्त के रुप में विजय शर्मा को नियुक्त करने पर भी सवाल उठाया.
उन्होंने कहा कि देश के पारर्शिता के आंदोलन के लिए इससे बडा मजाक क्या हो सकता क्योंकि इस वर्ष एक दिसंबर को सेवानिवृत होने से पहले उनके पास 179 दिन शेष हैं. सीआईसी का कार्यकाल पांच वर्षो का है. ऐसे किसी व्यक्ति को क्यों नियुक्त किया जाए जो जल्द ही सेवानिवृत हो रहा हो. इसका अर्थ यह हुआ कि सरकार को दूसरी चयन प्रक्रिया जल्द शुरू करनी होगी. भोपाल स्थित आरटीआई कार्यकर्ता अजय दूबे ने कहा कि सरकार को सीआईसी में मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों की नियुक्ति सुनिश्चित करनी चाहिए. केंद्र नियुक्ति में देरी करके धीरे धीरे परदर्शिता आयोग को समाप्त करने का प्रयास कर रहा है.
सीआईसीसीआईसी में लंबित मामलों की संख्या 40 हजार हुई
केंद्रीय सूचना आयोग में लंबित शिकायतों और अपीलों की संख्या 40 हजार से अधिक हो गई है, साथ ही कुछ सूचना आयुक्तों के पद रिक्त है जबकि आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त का पद करीब नौ महीने तक रिक्त रहने के बाद आज विजय शर्मा को इस पारदर्शिता पैनल का नया प्रमुख नियुक्त किये जाने की घोषणा की गई.
विजय शर्मा को आज अगला मुख्य सूचना आयुक्त बनाये जाने की घोषणा की गई. सीआईसी के आधिकारिक आंकडों के मुताबिक आयोग में आज की तिथि तक सूचना का अधिकार कानून के तहत 40,051 मामले लंबित हैं जिनमें 32,531 अपील और 7,520 शिकायतें शामिल हैं.
आंकडों के मुताबिक, इनमें से 15,736 अपीलें एवं शिकायतें मुख्य सूचना आयुक्त की पीठ के समक्ष लंबित है. शेष मामले सूचना आयुक्तों बसंत सेठ, यशोवर्द्धन आजाद, शरत सभरवाल, मंजुला पारासर, एम ए खान युसुफी और मदभूषणम श्रीधर आर्चायुलु के समक्ष लंबित हैं. आयोग में सूचना आयुक्तों के तीन पद भी रिक्त हैं. समझा जाता है कि एक जून को बैठक में उनके नाम पर हरी झंडी दिखा दी गई जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे शामिल हुए थे. इस बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी हिस्सा लिया जो प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय चयन समिति का हिस्सा हैं.

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