श्रीनगर : सेना ने कहा कि घाटी में मोबाइल टावरों पर हमले करने के लिए जिम्मेदार संगठन लश्कर ए इस्लाम संभवत: कोई बहुत छोटा और कम जाना पहचाना समूह है. सेना ने कहा कि इन खतरों की गंभीरता से जांच की जा रही है. श्रीनगर में चिनार कोर के ‘जनरल आफीसर कमांडिंग’ (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा ने कहा कि जहां तक लश्कर ए इस्लाम संगठन की बात है, तो ऐसा लगता है कि यह कम जाना पहचाना समूह है जो अपनी सक्रियता वाले क्षेत्रों में आतंक का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रहा है.
उन्होंने कहा, ‘एक अन्य संगठन तहरीक ए तालिबान है, कुछ ऐसे पोस्टर सामने आये हैं, जिनकी अभी जांच की जा रही है क्योंकि मेरा मानना है कि इस तरह के किसी भी संकेत को गंभीरता से लेना चाहिए और तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने तक इसकी जांच होनी चाहिए.’ सेना कमांडर ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां नियंत्रण रेखा के पार से जारी आतंकवाद और तालिबान एवं आइएसआइएस जैसे अन्य संगठनों पर करीबी नजर रखे हुए हैं.
उन्होंने कहा, ‘जहां तक नियंत्रण रेखा के पार से आतंकवाद की बात है तो ये सभी संगठन कहीं न कहीं जुडे हुए हैं और कुछ बिन्दुओं पर उनके सदस्यों के बीच आदान-प्रदान होता है. उनके संपर्क सूत्र और असर हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं.’ उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि यहां अभियान चलाने के लिए हमारे लिए सभी सूचनाओं पर ध्यान देना महत्वपूर्ण हैं. बीते वर्ष श्रीनगर में आइएसआइएस का झंडा देखे जाने के बारे अधिकारी ने कहा कि हालांकि ऐसे किसी अभियान का पता नहीं चला है और सुरक्षा बल किसी भी तरह की स्थिति से निबटने के लिए सतर्क हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा ने कहा कि जहां तक आइएसआइएस की बात है, पिछले साल पांच घटनाएं हुई थीं जब हमने श्रीनगर में चार और शोपियां में एक जगह अलग-अलग स्थानों पर झंडा लहराते देखा. सभी एजेंसियां इस संबंध में निगरानी रखे हुए हैं लेकिन कोई प्रवृत्ति या पैटर्न नहीं उभरा है क्योंकि ये सब घटनाएं 2014 की हैं. उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर बार-बार घुसपैठ के प्रयास हुए हैं और वे इससे निबटने के लिए तैयार हैं.
अधिकारी ने कहा कि सेना ने बीते पखवाडे घुसपैठ के तीन प्रयास नाकाम करके आठ आतंकवादियों को मार गिराया. सेना कमांडर ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करने पर श्रीनगर में सेना पब्लिक स्कूल के छात्रों और शिक्षकों को सम्मानित करने के एक समारोह से इतर मीडिया को संबोधित किया. इस समारोह में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा भी शामिल हुए.