जितेन्द्र तोमर ने जालसाजी की है, गिरफ्तारी के पीछे राजनीतिक मंशा नहीं : दिल्ली पुलिस

नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जीतेन्द्र तोमर के गिरफ्तारी मामले में दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेस करते हुए कहा कि जीतेन्द्र तोमर के गिरफ्तारी के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस के पास उनके खिलाफ पुख्ता सबूत है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी, दिल्ली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2015 6:29 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जीतेन्द्र तोमर के गिरफ्तारी मामले में दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेस करते हुए कहा कि जीतेन्द्र तोमर के गिरफ्तारी के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस के पास उनके खिलाफ पुख्ता सबूत है.

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी, दिल्ली बार काउंसिल के लिखित शिकायत के आधार पर की गयी है. पूरी जांच के बाद यह पता चला कि उनकी बीएसी और एलएलबी की डिग्री फर्जी है. दिल्ली पुलिस ने बताया की तिलका मांझी में उनके नाम से कोई रॉल नम्बर आवन्टित नही था. तिलका मांझी में उनके द्वारा दर्शाये गए रॉल नम्बर पर संजय चौधरी का नाम रजिस्टर्ड है.
वहां के परीक्षा नियंत्रक ने कहा जीतेन्द्र तोमर के नाम पर कोई रॉल नम्बर एलॉट नहीं है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उनकी बीएससी की डिग्री अवध यूनिवर्सिटी की है जबकि तिलका मांझी में उन्होंने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी की माइग्रेशन सर्टिफिकेट जमा किया है.
वर्ष 2010 मे जीतेन्द्र तोमर ने दिल्ली बार काउंसिल में अपनी डिग्री जमा की थी . पुलिस ने पूरी जांच के बाद उनकी गिरफ्तारी की है. पुलिस ने इनक्‍वायरी के लिए दो टीमें भी बनायी थी. गौरतलब है कि दिल्ली के कानून मंत्री जीतेंद्र तोमर की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया था कि यह केन्द्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है.

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