म्यांमार में सीमा पार सैन्य कार्रवाई, पूर्वोत्तर के 20 उग्रवादियों को मार गिराया

नयी दिल्ली: सीमा पार अंजाम दिए गए अपनी तरह के पहले अभियान में सेना के विशेष बलों ने वायुसेना के साथ मिलकर मंगलवार को म्यांमार के भीतर जाकर मणिपुर हमले के लिए जिम्मेदार समूहों के करीब 20 विद्रोहियों को ढेर कर दिया. यह कार्रवाई एक विशेष सूचना के आधार पर कमांडो ने म्यांमार अधिकारियों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2015 6:32 PM

नयी दिल्ली: सीमा पार अंजाम दिए गए अपनी तरह के पहले अभियान में सेना के विशेष बलों ने वायुसेना के साथ मिलकर मंगलवार को म्यांमार के भीतर जाकर मणिपुर हमले के लिए जिम्मेदार समूहों के करीब 20 विद्रोहियों को ढेर कर दिया. यह कार्रवाई एक विशेष सूचना के आधार पर कमांडो ने म्यांमार अधिकारियों के साथ तालमेल कायम करके की. सेना का कहना है कि दो उग्रवादी संगठनों को भारी नुकसान पहुंचा. समझा जाता है कि ये दोनों संगठन एनएससीएन(के) और केवाईकेएल हैं.

सूत्रों के मुताबिक इस कार्रवाई में 15 से 20 उग्रवादी मारे गए. वहीं, सैनिकों में कोई हताहत नहीं हुआ. इस अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री तथा पूर्व कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा, हम म्यांमार की सीमा में गए. हमारे उनके साथ अच्छे संबंध हैं और हमने वहां कार्रवाई की. अतिरिक्त सैन्य अभियान महानिदेशक मेजर जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि मणिपुर के हमले के बाद सेना बिल्कुल चौकस थी. उसे पिछले कुछ दिनों में इस बात की पक्की सूचना मिली थी कि ये उग्रवादी भारतीय क्षेत्र में और हमले करने की साजिश रच रहे हैं.

सिंह ने संवाददाताओं से कहा, पिछले हमलों में शामिल समूहों के कुछ लोगों की ओर से ये हमले हमारे सुरक्षाकर्मियों और सहयोगियों पर किए जाने थे. आसन्न खतरे को ध्यान में रखते हुए तत्काल कार्रवाई जरुरी थी. खुफिया सूचना के आधार पर हमने इन योजनाबद्ध हमलों का मुकाबला करने के लिए अभियान चलाया. उन्होंने अभियान के बारे में बताया. हालांकि उन्होंने कोई भी प्रश्न उत्तर के लिए लेने से इनकार कर दिया. राठौर ने कहा कि सीमावर्ती राज्यों और सीमा के आसपास शांति तथा समरसता सुनिश्चित करते हुए हमारी सुरक्षा, संरक्षा और राष्ट्रीय अखंडता को पेश आने वाले किसी भी खतरे का ठोस जवाब दिया जाएगा.

राठौर ने कहा कि सेना ने इस अभियान को अंजाम दिया लेकिन हेलिकाप्टरों को तैयार रखा गया था. उन्होंने कार्रवाई को सरकार की ओर से उठाया गया अभूतपूर्व और बेहद मजबूत कदम बताया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो शिविरों में कार्रवाई का आदेश दिया था जिन्हें पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया गया. मेजर जनरल सिंह ने बताया कि अभियान नगालैंड और मणिपुर में भारत म्यांमार सीमा के पास दो स्थानों पर चलाया गया लेकिन सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई म्यामांर के अंदर स्थानीय प्रशासन के साथ तालमेल कायम कर की गयी. भारतीय कार्रवाई दल सुरक्षित लौट आया.

पश्चिमी सीमा पर भी इसी प्रकार की कार्रवाई किए जाने के बारे में पूछे जाने पर राठौर ने कहा, पश्चिमी अशांति से भी समान तरीके से निपटा जाएगा. उन्होंने कहा, आतंकवादी मंशा रखने वाले सभी ऐसे पड़ोसियों को यह एक संदेश है. दोस्ती और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की बात साथ-साथ चलेगी. यह एक शुरुआत है. यह संदेश सभी को जाना चाहिए. सूत्रों के अनुसार यह पहली बार हुआ है कि भारतीय सेना ने सीमा पार कमांडो कार्रवाई की है जो आतंकवाद के खिलाफ सक्रिय पहल का द्योतक है. इस कार्रवाई की योजना मणिपुर में उग्रवादियों द्वारा किए गए हमले के बाद बनायी गई.

सूत्रों ने बताया कि इस कार्रवाई को अंतिम रुप देने के प्रयासों के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल प्रधानमंत्री की 6-7 जून की बांग्लादेश यात्रा में उनके साथ नहीं गए थे. सूत्रों के मुताबिक अभियान पक्की खुफिया सूचना के आधार पर चलाया गया. दोनों पक्षों के बीच भीषण गोलीबारी हुई. मेजर जनरल सिंह ने कहा, हमने उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया है. फलस्वरुप, हमारे नागरिकों एवं सुरक्षाबलों से खतरा टल गया है. वहीं सूत्रों ने बताया कि मणिपुर के चंदेल में चार जून को उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में 18 सैनिकों के शहीद होने के बाद बदले की कार्रवाई के तहत यह अभियान चलाया गया. सूत्रों ने सीमापार कार्रवाई को सही ठहराया और बताया कि यह नोटिस किया गया था कि उग्रवादी हमला करने के लिए सीमापार से आते थे और फिर लौट जाते थे.

मेजर जनरल सिंह ने कहा, हम इस मामले में म्यांमार के अधिकारियों के संपर्क में हैं. हमारी सेनाओं के बीच घनिष्ठ सहयोग का इतिहास रहा है. हम ऐसे उग्रवादियों का मुकाबला करने के लिए साथ मिलकर काम करने को आशान्वित रहे हैं. मार्च में संघर्षविराम से हट जाने वाला एनएससीएन (के) तथाकथित यूनाईटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ साउथ ईस्ट एशिया के बैनर तले अन्य उग्रवादी संगठनों के साथ मिलकर कई हमलों में शामिल रहा है.

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