Loading election data...

भाजपा नहीं, कांग्रेस करती थी विरोधी राज्यों से भेदभाव, सबसे बड़े शिकार रहे नरेंद्र मोदी : रविशंकर प्रसाद

नयी दिल्ली : भाजपा ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इन अरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया कि नरेन्द्र मोदी सरकार कांग्रेस शासित राज्यों के साथ भेदभाव कर रही है. उसने कहा कि यह कारसतानी कांग्रेस के पिछले 10 साल के शासन में हुआ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2015 9:39 PM

नयी दिल्ली : भाजपा ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इन अरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया कि नरेन्द्र मोदी सरकार कांग्रेस शासित राज्यों के साथ भेदभाव कर रही है. उसने कहा कि यह कारसतानी कांग्रेस के पिछले 10 साल के शासन में हुआ करती थी और इसका सबसे बडा शिकार गुजरात के मुख्यमंत्री रहते स्वयं नरेन्द्र मोदी हुए थे.

केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज यहां हुए कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मलेन में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं द्वारा लगाये गये ‘कांग्रेस शासित सरकारों के साथ भेदभाव किये जाने के आरोपों को हम सिरे से अस्वीकार करते हैं. कांग्रेस को खुद अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए कि उसके शासन में कैसे विरोधी पार्टियों के शासन वाले राज्यों को तंग किया जाता था और इसका सबसे बडा शिकार गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे हैं.’

उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि 10 साल के कांग्रेस नीत संप्रग शासन में गुजरात, उसके मुख्यमंत्री, उसके पदाधिकारियों और अधिकारियों को किस तरह प्रताडित किया गया. उसके विधेयकों को मंजूरी नहीं दी गई. प्रसाद ने कहा, लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ‘सहयोगात्मक संघवाद को नयी उचाइंयो पर ले गये हैं.’ उन्होंने कहा कि इस सहयोगात्मक संघवाद के चलते अन्य के साथ कांग्रेस शासित राज्यों को भारी लाभ होने जा रहा है.

उन्होंने कहा 2014-15 की बनिस्बत 2015-16 में असम को 49 प्रतिशत अतिरिक्त 6696 करोड रुपये, कर्नाटक को 48 प्रतिशत अतिरिक्त 8497 करोड रुपये, केरल को 92 प्रतिशत अतिरिक्त 8912 करोड रुपये, उत्तराखंड को 120 प्रतिशत अतिरिक्त 8274 करोड रुपये और अरुणाचल प्रदेश को 278 प्रतिशत अतिरिक्त 5399 करोड रुपये मिलेंगे. कांग्रेस नेतृत्व के उसके पार्टी के शासन वाले राज्यों से भेदभाव के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए प्रसाद ने कहा, ‘सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अगुवाई में और मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रित्वकाल में गैर कांग्रेसी सरकारों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया.’

राहुल गांधी पर सीधा प्रहार करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘राहुल गांधी ने पूर्व में भी कभी होमवर्क नहीं किया और सत्ता गंवाने के बाद 59 दिनों की छुट्टी में भी चिंतन और होमवर्क करने की आदत नहीं डाली. झूठे आरोप लगाना उनकी आदत हो गई है और इसी कारण उनकी बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता.’ राहुल की इस टिप्पणी पर कि नरेन्द्र मोदी का मेक इन इंडिया का शेर देखने में तो बडा दिखता है लेकिन उसकी आवाज नहीं है,

प्रसाद ने कहा कि भारत में निवेश बढ रहा है. योजना आयोग खत्म करके उसकी जगह नीति आयोग बनाये जाने की कांग्रेस की आलोचना को भी खारिज करते हुए उन्होंने कहा, ‘सारे राज्य योजना आयोग में बैठे महानुभावों से भीख मांगा करते थे. मोदी सरकार ने उस निजाम को खत्म कर नीति आयोग बनाया और राज्यों को उसमें बराबर का भागीदार बनाया.’

उन्होंने कहा, इसीका नतीजा है कि प्रधानमंत्री मोदी जब चीन यात्रा पर गये तो गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों को साथ ले गये और बांग्लादेश यात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को. कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में सोनिया गांधी ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि वह अपने सहकर्मियों को ‘सांप्रदायिक ध्रुवीकरण’ के लिए ‘भय और दबाव’ का माहौल उत्पन्न करने की अनुमति देकर खतरनाक दोहरा खेल खेल रही है.

उन्होंने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह कल्याणकारी राज्य संरचना को ध्वस्त करने के सुनियोजित प्रयास कर रही है. इस सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने योजना आयोग को जल्दबाजी में समाप्त करने को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए इसे गलत फैसला बताया और कहा कि उस निकाय से कमजोर राज्यों और निर्धन क्षेत्रों को मदद मिलती थी.

Next Article

Exit mobile version