येदियुरप्पा की वापसी को लेकर भाजपा में झिझक

बेंगलूर : भाजपा को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की पार्टी में वापसी को लेकर झिझक है क्योंकि उसे यह आशंका है कि ऐसा करने की अनुमति देने से उसपर प्रहार करने के लिए कांग्रेस को मसाला मिल जायेगा. भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह पार्टी की छवि का सवाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2013 7:04 PM

बेंगलूर : भाजपा को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की पार्टी में वापसी को लेकर झिझक है क्योंकि उसे यह आशंका है कि ऐसा करने की अनुमति देने से उसपर प्रहार करने के लिए कांग्रेस को मसाला मिल जायेगा.

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह पार्टी की छवि का सवाल है. हम कांग्रेस को अपने पर प्रहार का मौका नहीं दे सकते. उन्हें उम्मीद है कि राजनीतिक रुप से महत्वपूर्ण नेता की चुनाव के करीब घर वापसी हो सकती है जब पाला बदलने की प्रक्रिया को सामान्य माना जाता है. भाजपा की राज्य इकाई का एक वर्ग येदियुरप्पा की वापसी के लिए प्रयास कर रहा है. येदियुरप्पा ने पिछले साल पार्टी छोडकर कर्नाटक जनता पार्टी गठित कर ली थी. बहरहाल, उनकी पार्टी ने मई में हुए 224 सदस्यीय विधानसभा चुनाव में महज छह सीटें जीतीं.

केजीपी ने भले ही अधिक सीटें नहीं जीती हो लेकिन उसे करीब दस प्रतिशत मत प्रतिशत मिला जिससे भाजपा की संभावनाओं पर घात लगा. इसके चलते भाजपा के हाथ से सत्ता फिसल गयी और कांग्रेस ने भारी बहुमत के साथ सरकार बनायी. भाजपा की राज्य इकाई ने कल नये पदाधिकारियों एवं विभिन्न मोर्चाओं के प्रमुखों की सूची जारी की. इसमें केजीपी के लोगों के लिए एक प्रकार से दरवाजे बंद कर दिये गये.

येदियुरप्पा ने अपना रुख कड़ा करने के संकेत दिये हैं. उन्होंने कहा, भाजपा में लौटने का सवाल ही नहीं है. भाजपा में वापसी का सवाल ही नहीं ही नहीं है. मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे भाजपा में मेरी वापसी के लिए प्रयास नहीं करें.

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