नयी दिल्ली : सरकार ने योगगुरु रामदेव के उस आरोप को आज खारिज कर दिया कि ब्रिटेन के हवाई अड्डे पर उन्हें रोके जाने में सरकार की भूमिका थी. सरकार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
हीथ्रो हवाई अड्डे पर रामदेव को रोके जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय समुदाय के नेताओं द्वारा मदद के लिए अनुरोध किए जाने के बाद लंदन में भारत के मिशन ने कार्रवाई की और यूके बोर्डर एजेंसी के समक्ष यह मुद्दा उठाया. इसके बाद यह मुद्दा हल हुआ. प्रवक्ता ने कहा कि रामदेव को रोके जाने के कारण के बारे में यूके बोर्डर एजेंसी को जवाब देना है.
ब्रिटिश अधिकारियों ने कल दूसरे दौर की पूछताछ के बाद रामदेव को जाने की अनुमति दी थी. इसके पहले उन्हें शुक्रवार को हवाई अड्डे पर रोका गया था. रामदेव ने आरोप लगाया था कि उन्हें भारत सरकार से कोई मदद नहीं मिली और उन्होंने संदेह जताया कि ब्रिटिश अधिकारियों को गुमराह किया गया था.
रामदेव ने संवाददाताओं से कहा था, मैं यह कहते हुए दुखी हूं कि मेरी सरकार ने मेरा समर्थन नहीं किया. मुझे कहा गया कि मेरे नाम के साथ रेड एलर्ट जुड़ा हुआ है जो सिर्फ आतंकवादियों और अपराधियों से ही जुड़ा होता है. मैं पूर्ण ब्यौरे की प्रतीक्षा करुंगा लेकिन मुझे संदेह है कि कल मुझे आठ घंटे तक रोका जाना ब्रिटेन के आव्रजन विभाग को गुमराह करने के भारत सरकार के प्रयास का नतीजा था.