अलका लांबा, सोमनाथ भारती को रेस में पीछे छोड कपिल मिश्रा बनेंगे दिल्ली के नये कानून मंत्री
नयी दिल्ली : दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष कपिल मिश्र को जितेंद्र सिंह तोमर के स्थान पर आज दिल्ली सरकार का नया कानून मंत्री नामित किया गया. तोमर ने फर्जी डिग्री मामले में अपनी गिरफ्तारी के बाद कल रात पद से इस्तीफा दे दिया था. पहली बार विधायक बने मिश्र ने भाषा से कहा, […]
नयी दिल्ली : दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष कपिल मिश्र को जितेंद्र सिंह तोमर के स्थान पर आज दिल्ली सरकार का नया कानून मंत्री नामित किया गया. तोमर ने फर्जी डिग्री मामले में अपनी गिरफ्तारी के बाद कल रात पद से इस्तीफा दे दिया था.
पहली बार विधायक बने मिश्र ने भाषा से कहा, ‘‘मेरी अरविंद जी (केजरीवाल) से भेंट हुई थी और मुङो इसके बारे में कानून मंत्री नियुक्त करने के बारे में बताया गया. ’’ इस पद के लिए जिन अन्य नामों पर चर्चा हुई, उनमें चांदनी चौक की विधायक अल्का लांबा, पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती (मालवीय नगर) और नजफगढ के विधायक कैलाश गहलोत शामिल हैं. इस साल जब आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी तब भी 34 वर्षीय मिश्र का नाम मंत्री पद के लिए चर्चा में था. हालांकि उन्हें दिल्ली जल बोर्ड का उपाध्यक्ष बना दिया गया था.
केजरीवाल के पक्के समर्थक समङो जाने वाले मिश्र इंडिया एगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के दिनों से उनके साथ जुडे हैं. जब योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने पार्टी नेतृत्व के विरुद्ध बगावत छेडी थी तब मिश्र सभी विधायकों से केजरीवाल का समर्थन करने की अपील करते हुए हस्ताक्षर अभियान में आगे रहे थे.
एक इंटरनेशनल संगठन से जुडे रहे मिश्र ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 44000 से अधिक वोटों के अंतर से करावल नगर सीट जीती थी और उन्होंने विधानसभा में संस्कृत में शपथ ली थी. तोमर को स्नातक और विधि के अंकपत्रों एवं माइग्रेशन सर्टिफिकेट में कथित रूप से फर्जीवाडा करने को लेकर गिरफ्तार किया गया था. उन्हें कल अदालत ने चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. उन्होंने कल रात हाजत से ही अपने वकील के माध्यम से मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेजा, जिसे स्वीकार कर लिया गया.