कोच्चि : भारत ने बुधवार को अपने पहले स्वदेशी विमान वाहक युद्धपोत आइएनएस विक्रांत को यहां एक सादे समारोह में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड पर गोदी से बाहर निकाला. इस पोत का निर्माण सीएसएल में किया गया. सीएसएल के अधिकारियों ने बताया कि इसमें अभी कई उपकरण लगाये जायेंगे. इसके परिचालन एवं नौसेना में शामिल किये जाने से पहले इस विशालतम विमान वाहक पोत को कई स्थैतिक एवं गतिशील परीक्षण से गुजरना होगा. सीएसएल अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कमाडोर कार्तिक सुब्रमण्यम एवं अन्य गोदी के अन्य अधिकारी पोत को गोदी से बाहर निकालने के समारोह में उपस्थित थे.
सुविधाएं
स्वदेशी एलसीए सहित कई विमान एवं विभिन्न हेलीकॉप्टर उड़ान भर सकेंगे और उतर सकेंगे
भारत पांचवां देश
आइएनएस विक्रांत के नौसेना में शामिल होने के बाद भारत विमान वाहक पोतों की डिजाइन एवं निर्माण करनेवाले विश्व के चार देशों अमेरिका, रूस, ब्रिटेन एवं फ्रांस के समूह में शामिल हो जायेगा.
बुनियादी डिजाइन नौसेना डिजाइन निदेशालय ने तैयार की
विस्तृत डिजाइन सीएसएल टीम ने बनायी