ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधर गोमांग ने की अमित शाह से मुलाकात, थाम सकते हैं भाजपा का दामन

नयी दिल्ली : ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरिधर गोमांग ने आज भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है. उनकी इस मुलाकात से ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि वे जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं. आपको बता दें कि पिछले पखवाड़े ही गिरिधर गोमांग ने कांग्रेस को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2015 1:46 PM

नयी दिल्ली : ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरिधर गोमांग ने आज भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है. उनकी इस मुलाकात से ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि वे जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं. आपको बता दें कि पिछले पखवाड़े ही गिरिधर गोमांग ने कांग्रेस को जमकर कोसा था और पार्टी से अपने सारे रिश्‍ते तोड़ दिए थे. कांग्रेस में उन्होंने करीब 45 साल बिताये लेकिन वे पिछले करीब पांच साल से वे पार्टी से नाराज चल रहे थे.

कांग्रेस का नेता रहते हुए उन्होंने राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई और संसदीय राजनीति की राह उनके लिए 1972 से हमेशा आसान रही. वे जब भी चुनाव में लड़े जीत दर्ज की. साल 2009 उनके लिए अच्छा साबित नहीं हुआ. उन्हें पहली बार कोरापुट से चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा. इस परिणाम के बाद उनका असंतोष बढता गया. पिछले दिनों उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा और अपने दिल का दर्द उनके सामने बयां किया.

वाजपेयी की सरकार गिराकर आये चर्चा में

गिरिधर गोमांग राष्ट्रीय स्तर पर तब मीडिया की सुर्खियां बन गये, जब उन्होंने केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार महज एक वोट से गिरा दी. उस समय, गिरिधर गोमांग पर राष्ट्रीय मीडिया ने कई स्टोरियां की और देश वासियों की अचानक उनमें रुचि बढ गयी. दरअसल, उस समय वे ओडिशा के मुख्यमंत्री भी थे और लोकसभा सांसद भी. ऐसे में उनके वोटिंग को लेकर भी उस समय सवाल उठे थे. जब 2009 में गोमांग चुनाव हारे थे, तो उस समय उन्होंने एक अंगरेजी अखबार को दिये इंटरव्यू में कहा था कि मैं जीत के लिए आश्वस्त था, लेकिन जो लोग मेरी उपलब्धि से जलते हैं, उन्होंने ऐसे हालात बना दिये कि मैं हार गया. उन्होंने यह भी कहा था कि मैं पार्टी की राजनीति से अलग-थलग कर दिया.

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